‘गुड लाईफ गुड लक’ विषय पर भव्य सेमिनार: मुनिश्री सुधाकर ने कहा- अच्छी आदत से होता है सदभाग्य का निर्माण
रायपुर। “गुड लाईफ गुड लक” विषय पर भव्य सेमिनार का आयोजन श्रीलाल गंगा पटवा भवन, टैगोर नगर में मुनिश्री सुधाकर व मुनिश्री नरेश कुमार के सान्निध्य में रविवार को हुआ। मुनिश्री सुधाकर ने कहा कि अच्छी आदत से सदभाग्य का निर्माण होता है।
तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, रायपुर की ओर से हुए आयोजन में राज्यपाल रमेन डेका मुख्य अतिथि और मार्वल टी के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रवीण जैन विशेष अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। लगभग ढाई घंटे चले सेमिनार में मुनि सुधाकर ने बताया कि नवग्रह को अपनी छोटी छोटी आदतों से कैसे अनुकूल बनाया जा सकता है।
सेमिनार का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र से किया गया। मुनिश्री सुधाकर ने अष्ट कर्मो व नवग्रहों का तुलनात्मक संबंध बताया। उन्होंने कहा कि कर्म हो या ग्रह जिम्मेदार व्यक्ति स्वयं होता है। अपने उत्थान, पतन, सुख दुख का कारण भी व्यक्ति स्वयं होता है। व्यक्ति की क्रिया ही कर्म व ग्रह के परिणाम के रूप में फल देती है किंतु हर व्यक्ति में वह शक्ति और सामर्थ्य होता है कि वह अपने किए हुए फलों में भी शुभ व अशुभ परिवर्तन कर सकता है। मुनिश्री ने नव ग्रहों का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा हम अपने आदत व स्वभाव से ग्रहों के प्रभाव को प्रभावित कर सकते हैं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राज्यपाल रमेन डेका ने पूर्व में तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य श्रीमहाश्रमण के विभिन्न क्षेत्रों पर किए हुए दर्शन का उल्लेख करते हुए कहा कि मैं जल्द ही सूरत में आचार्य श्री के दर्शन करूंगा। राज्यपाल डेका ने कहा कि मुनिश्री ने जो छोटी-छोटी बातें हमे बतलाई है उसे जीवन में उतारने का हमें लक्ष्य रखना चाहिए। ज्ञातव्य है मुनिश्री का संबोधन पूरा होते ही राज्यपाले डेका ने कहा कि यदि मुनिश्री आपके पास में अपना संबोधन नोट किया हुआ होतो हमें देवें। मुनिश्री ने जब डायरी बताई तो राज्यपाल ने ADG को उस डायरी की कापी कराने निर्देश दिया।
मुनि नरेश कुमार का विशेष वक्तव्य हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत में स्वागत वक्तव्य अध्यक्ष तरुण नाहर ने दिया और आभार मंत्री अरुण सिपानी व कार्यक्रम का संचालन रितु चौरड़िया और श्रीमती गादिया ने किया। भव्य आयोजन में विशाल जनमेदनी, जिसमें रायपुर के अलावा विभिन्न शहरों से श्रावक-श्राविका उपस्थित थे।