प्रायवेट को पीछे छोड़ेंगे सरकारी स्कूल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सांदीपनी विद्यालय प्रदेश में शिक्षा के आदर्श केंद्र बनकर उभर रहे हैं। इनसे शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा मिलेगी। भगवान गोपाल कृष्ण की शिक्षा उज्जैन के सांदीपनी गुरुकुल में हुई थी। सांदीपनि मुनि गुरु परंपरा के आदर्श उदाहरण हैं, जिन्होंने अपने बेटे की परवाह किए बगैर भगवान श्रीकृष्ण सहित अनेकों विद्यार्थियों को शिक्षा-दीक्षा दीं। तत्कालीन समय में सांदिपनि के पुत्र को यम जाति के आक्रांताओं ने बंदी बना रखा था और बाद में श्रीकृष्ण ने गुरु भाई को छुड़ाकर सांदीपनि मुनि को लौटाया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में पहली बार शासकीय स्कूलों (सांदीपनी विद्यालय) में प्रायवेट की तर्ज पर खेल-कूद और सांस्कृतिक गतिविधियां संचालित होंगी। सरकारी स्कूल भी प्रायवेट को पीछे छोड़ेंगे। इस वर्ष बोर्ड परीक्षाओं की मेरिट में आए 70 प्रतिशत बच्चे सरकारी स्कूलों से पढ़ाई करने वाले रहे हैं। राज्य सरकार सभी विद्यार्थियों की बेहतर शिक्षा के लिए सभी सुविधाएं दे रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को जबलपुर के बरगी हिल्स में सांदीपनी विद्यालय के भूमि-पूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। सांदीपनी विद्यालय का निर्माण 27 करोड़ 84 लाख की लागत से 11 एकड़ क्षेत्र में किया जाएगा। सर्व सुविधायुक्त विद्यालय में 1960 विद्यार्थी एक साथ शिक्षा ग्रहण करेंगे। समारोह में सांसद आशीष दुबे, विधायक अभिलाष पांडे, विधायक अशोक रोहाणी, विधायक संतोष बरकड़े और रत्नेश सोनकर सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित थे।
जबलपुर दुनिया की सबसे आकर्षक नगरी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जबलपुर दुनिया की सबसे आकर्षक नगरी है। संस्कारधानी के भेड़ाघाट से मां नर्मदा की अविरल धारा निकली है, जो विश्व में प्रसिद्ध है। राज्य सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक रानी दुर्गावती के शहर जबलपुर में की थी। रानी दुर्गावती ने औरंगजेब के सामने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया था। उनकी वीरता को नमन है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संस्कारधानी का जुड़ाव नेताजी सुभाष चंद्र बोस से भी रहा है। उन्होंने आजाद हिंद फौज का निर्माण कर ब्रिटिश सरकार से लोहा लिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने असंभव कार्यों को पूर्ण कर इतिहास लिखा है। भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को धूल चटाई है। देश के दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कार्यकाल में तीन तलाक और जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
सांस्कृतिक मूल्यों के केन्द्र बनेंगे सांदीपनि विद्यालय: मंत्री श्री सिंह
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में नवाचारों का क्रम जारी है। प्रदेश में नई औद्योगिक क्रांति की शुरुआत हो चुकी है। प्रदेश का सांस्कृतिक वैभव आज देश-दुनिया में पहचाना जा रहा है। जबलपुर में सांदीपनि विद्यालय का भूमि-पूजन कर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अनुपम सौगात दी है। देश में कौन-सा ऐसा मुख्यमंत्री होगा, जिसने स्कूल के नाम से सीएम शब्द हटाकर उज्जैन के सांदीपनि मुनि का नाम जोड़ दिया। इन स्कूलों में सांदीपनी गुरुकुल की तरह शिक्षा के साथ भावी पीढ़ी को सांस्कृतिक मूल्य दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नई शिक्षा नीति के माध्यम से देश को बताया है कि शिक्षा के साथ जीवन मूल्यों की शिक्षा देना भी आवश्यक है। माँ नर्मदा के तटों का विकास अयोध्या के सरयू के तटों की तर्ज पर होगा। यह प्रदेश में एक रोल मॉडल बनकर उभरेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व से मध्यप्रदेश देश भर में अपनी अलग पहचान बनाएगा।