Special Story

पत्रकार हैं लोकतंत्र के सच्चे सेनानी : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

पत्रकार हैं लोकतंत्र के सच्चे सेनानी : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 26, 20252 min read

भोपाल।    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि…

पक्का आवास पाने से कोई न छूटे : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

पक्का आवास पाने से कोई न छूटे : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 26, 20256 min read

भोपाल।    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि…

हम विरासत से विकास की ओर बढ़ रहे हैं : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

हम विरासत से विकास की ओर बढ़ रहे हैं : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 26, 20253 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि देश…

March 27, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस मनाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान, कहा- इसका उद्देश्य राजनीतिक, बीजेपी को केवल चुनाव से मतलब होता है…

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस मनाए जाने पर तीखा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बिहार के बहुत सारे लोग रहते हैं. बिहार में चुनाव है, इसलिए उन्हें खुश करने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम कर रहे हैं. इसका उद्देश्य राजनीति है. पिछले साल क्यों नहीं मनाया, सरकार तो बन गई थी. बीजेपी को केवल चुनाव से मतलब होता है.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में धान खरीदी मे गड़बड़ी को लेकर कहा कि खरीदी में गड़बड़ी हुई है. एक तरफ 110 लाख मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ है, वहीं सरकार 149 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की बात कह रही है. दोनों आंकड़ों में से कौन सा सही है. दोनों सरकारी आंकड़े हैं.

वहीं भू-जल स्तर में गिरावट पर विधान सभाअध्यक्ष की ओर सरकार को निर्देश दिए जाने पर कहा कि आसंदी से इस प्रकार के निर्देश आए तो त्रासदी से कम नहीं है. गर्मी शुरू हुआ नहीं है, और पेयजल का संकट शुरू हो गया है. सरकार नल जल योजना शुरू नहीं कर पाई है. पाइपलाइन बिछ गया, टंकी बन गई, लेकिन पानी नहीं है. पानी की खपत बढ़ने वाला है.

उन्होंने कहा कि भाजपा हमारी नरवा योजना का मजाक उड़ाती थी. पानी की समस्या से ग्रामीण क्षेत्र में जल स्तर लगातार नीचे गिर रहा है. शहरी क्षेत्र में तो पानी मिलता ही नहीं. औद्योगिक क्षेत्र की अलग समस्या, वहां पानी पीने लायक नहीं है. भूमिगत जल भी दूषित हो गया. सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए.