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बिग ब्रेकिंग : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर ED ने मारा छापा, जांच जारी

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ShivMar 10, 20251 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव…

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सरस मेले का किया उद्घाटन

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ShivMar 9, 20252 min read

रायपुर।    उप मुख्यमंत्री तथा बिलासपुर जिले के प्रभारी मंत्री…

महतारी वंदन योजना: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया ‘महतारी वंदन कॉमिक्स’ का विमोचन

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ShivMar 9, 20251 min read

रायपुर।   महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण को समर्पित “महतारी वंदन…

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से पूज्य संत लालदास साहेब ने की सौजन्य भेंट

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ShivMar 9, 20251 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय…

March 10, 2025

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शासकीय कार्यों में घोर लापरवाही बरतने पर वनपाल निलंबित, अवैध गतिविधियों में संलिप्तता का आरोप

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- शासकीय कार्यों में लापरवाही बरतने पर मरवाही वनमंडल के खोडरी वन परिक्षेत्र के उदय तिवारी वनपाल परिक्षेत्र सहायक को निलंबित कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि अवैध रेत की चोरी और उसके भंडारण के साथ ही इलाके में अवैध ईटा भट्टा का संचालन कराने और पेड़ों की कटाई रोकने में नाकाम साबित होने पर वनपाल पर कार्रवाई की गई है. मरवाही वन मंडल के डीएफओ रौनक गोयल की अनुशंसा पर एक्शन लेते हुए CCF बिलासपुर वृत्त ने निलंबन का आदेश जारी किया हैं. छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 के नियम 9 (1) के तहत यह कार्रवाई की गई है.

बता दें कि मरवाही वनमंडल के खोडरी वन परिक्षेत्र में बीते कई दिनों से रेत का अवैध परिवहन और उसका भंडारण किए जाने की शिकायत मिल रही थी. इसके साथ ही यहां खोडरी वन परिक्षेत्र के नेवरी परिसर के नदियाटोला बनझोरखा में अवैध रेत का व्यवसाय बड़ी तेजी के साथ फलफूल रहा था. जिस पर लगाम नहीं लगाई जा रही थी. माना जा रहा है कि इन सभी अवैध गतिविधियों में वन विभाग के कुछ कर्मचारी शामिल हैं. जो कि अवैध रेत व्यवसाय करने वालों से सांठगांठ कर ऐसे कामों को करवाते रहे हैं.

मरवाही वनमंडल पेंड्रारोड द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में भी पाया गया कि 0.97 एकड़ वनभूमि को निजी लाभ के लिए खेत बनाया गया और वृक्षों को गोलाकार घाव बनाकर सूखा दिया गया और बिना कोई सूचना दिए इन वृक्षों को काट दिया गया जो कि अपने आप मे प्रथम दृष्टया काफी गंभीर आरोप है. उदय तिवारी के इन कृत्यों से पाया गया कि वनों की अवैध कटाई,अतिक्रमण, रेत चोरी जैसे संगीन मामले में इनकी संलिप्तता नजर आ रही है, जिस कारण इन्हें जांच के बाद निलंबित किया गया. निलबंन अवधि में उदय तिवारी वनपाल को मुख्यालय बिलासपुर वनमंडल में अटैच कर दिया गया है.