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भू-राजस्व संहिता की पुरानी सभी अधिसूचनाएं रद्द, अधिकारियों को नए सिरे से सौंपे गए अधिकार

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ShivJun 5, 20254 min read

रायपुर। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता,…

दो चरणों में होगी जातिगत जनगणना, 1 अक्टूबर 2026 से होगी पहले फेज की शुरुआत

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ShivJun 4, 20251 min read

नई दिल्ली। देश में लंबे समय से रुकी हुई जनगणना…

IAS सौरभ कुमार जायेंगे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर, राजस्व विभाग में बनेंगे निदेशक

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ShivJun 4, 20251 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी सौरभ कुमार को केंद्र…

NIT रायपुर द्वारा प्लास्टिक इंडस्ट्री विजिट और एक्सपर्ट लेक्चर का किया गया आयोजन

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ShivJun 4, 20253 min read

रायपुर।  राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर में 31 मई से…

June 5, 2025

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नई वैज्ञानिक तकनीकों के जरिए किसान बढ़ा सकते हैं फसलों की पैदावार : बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर।      हम अपने भौतिक संसाधनों के लिए धीरे-धीरे प्रकृति का विनाश कर रहे हैं। ऐसे में अपने घरों और उसके आस-पास फल-फूल के पौधे लगा कर न केवल हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ बना सकते हैं, बल्कि आर्थिक रूप से सशक्त भी बन सकते हैं। ये बातें शिक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राजधानी रायपुर के गांधी उद्यान में चल रही 3 दिवसीय प्रदेश स्तरीय वृहद फल-फूल सब्जी प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता के समापन के अवसर पर कही। प्रदर्शनी का आयोजन प्रकृति की ओर सोसाइटी, उद्यानिकी विभाग, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, नगर निगम रायपुर और जिन्दल स्टील व पॉवर लिमिटेड के सहयोग से किया गया था।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल प्रदर्शनी में प्रदर्शित विभिन्न किस्म के फलों, फूलों और सब्जियों के साथ ही बागवानी से संबंधित स्टॉल्स का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों ने कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। श्री अग्रवाल ने किसानों से नई वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाकर फसलों की उत्पादकता को बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के खाद्यान्न, फलों, फूलों और सब्जियों की मांग देशभर में बढ़ रही है, जिसको देखते हुए हमारी सरकार किसानों को कृषि और बागवानी के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने का हर संभव प्रयास कर रही है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि शहरों में बढ़ते प्रदूषण के कारण शुद्ध हवा तक मिलने में परेशानी होती है, ऐसे में हम अपने घर और आस-पास पेड़ पौधे लगाकर अपने आने वाली पीढ़ी के लिए स्वच्छ पर्यावरण और शुद्ध हवा की व्यवस्था कर सकते हैं। हमने देखा है कि कोरोना काल के बाद से लोगों को ऑक्सीजन की महत्ता और उपयोगिता का अहसास हो चुका है कि उनके लिए प्रकृति से बढ़कर और कुछ नहीं हो सकता। प्रदूषित पर्यावरण के कारण लोग चिड़चिड़े होते जा रहे हैं और दिन प्रतिदिन स्वास्थ्य बिगड़ते जा रहा है, ऐसे में प्रकृति के माध्यम से ही लोगों के चेहरे पर मुस्कान और जिंदगी में सुकून, खुशहाली लाई जा सकती है। हम पेड़-पौधे लगाकर ही अपने आसपास के पर्यावरण और वातावरण को स्वच्छ बना सकते हैं।

इस अवसर पर बृजमोहन अग्रवाल ने फूलों की हांडी प्रतियोगिता की विजेता बालाजी नर्सिंग कॉलेज, सलाद प्रतियोगिता की विजेता रूबी शुक्ला, फ्लावर डेकोरेशन में राजहंस कौर को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया। प्रदर्शनी में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, उद्यानिकी विभाग समेत विभिन्न संगठनों ने अपने स्टॉल लगाए और विभिन्न प्रकार के फलों, फूलों, सब्जियों और उनसे संबंधित उत्पाद प्रदर्शित किए। प्रदर्शनी में सलाद मेकिंग, फ्लावर डेकोरेशन समेत कई प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।

इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय कुलपति डॉ गिरीश चंदेल, वाइस प्रेसिडेंट जिंदल स्टील एंड पावर यू पी सिंह, उपसंचालक उद्यानिकी विभाग भूपेंद्र पांडे, मोहन वलरियानी, निर्भय धाडीवाल, जितेंद्र त्रिवेदी, प्रदीप टंडन, के एस पैकरा, नीरज शुक्ला, दलजीत बग्गा, मोहन बंजारे, समेत अधिकारी और बड़ी संख्या में प्रकृति प्रेमी उपस्थित रहे.