गृह मंत्री के निर्देश का असर: 40 फेरीवालों की हुई सघन जांच, आधार फिंगरप्रिंट से की गई पहचान

मुंगेली। प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा द्वारा पश्चिम बंगाल से आए बाहरी लोगों की पहचान और सत्यापन को लेकर जारी निर्देशों का असर अब ज़मीनी स्तर पर दिखने लगा है। मुंगेली जिले में इस दिशा में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 40 फेरीवालों की पहचान और दस्तावेज़ों की सघन जांच की।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देशन और अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) मयंक तिवारी के नेतृत्व में गठित टीम ने 11 मई 2025 को थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र में अभियान चलाया। अभियान के तहत पश्चिम बंगाल से आए 40 फेरीवाले व्यक्तियों को थाने लाकर उनके आधार कार्ड के माध्यम से फिंगरप्रिंट वेरिफिकेशन किया गया। इसके साथ ही नेफिस (National Automated Fingerprint Identification System) के जरिए उनकी पृष्ठभूमि की जांच की गई।
इस प्रक्रिया के तहत उनके मूल निवास क्षेत्रों के थानों को चाल-चलन सत्यापन हेतु पत्र भी भेजा गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति जिले में न रुका हो।
गौरतलब है कि इस अभियान में केवल फेरीवालों तक ही कार्रवाई सीमित नहीं रही। जिला मुख्यालय स्थित होटल, ढाबा, लॉज, बस स्टैंड की धर्मशालाएं और लोहाबाड़ा क्षेत्र में रह रहे बाहरी लोगों की भी जांच की गई। पुलिस ने मकान मालिकों से अपील की कि वे किरायेदारों की जानकारी पहले पुलिस को दें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के दिखने पर तत्काल सूचना दें।