Special Story

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय

ShivNov 20, 20245 min read

भोपाल।    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद…

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिले “द साबरमती रिपोर्ट” फिल्म के कलाकार

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिले “द साबरमती रिपोर्ट” फिल्म के कलाकार

ShivNov 20, 20241 min read

भोपाल।    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से आज मुख्यमंत्री निवास…

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किए गृह और महिला एवं बाल विकास विभाग के दो नए पोर्टल लॉन्च

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किए गृह और महिला एवं बाल विकास विभाग के दो नए पोर्टल लॉन्च

ShivNov 20, 20242 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को मंत्रि-परिषद की…

पूर्व सीएम भूपेश बघेल के आरोप पर भाजपा नेत्री राधिका खेड़ा का पलटवार, कहा-

पूर्व सीएम भूपेश बघेल के आरोप पर भाजपा नेत्री राधिका खेड़ा का पलटवार, कहा-

ShivNov 20, 20242 min read

रायपुर।  महाराष्ट्र में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े के…

November 20, 2024

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

Home » छत्तीसगढ़ में ईडी का छापा, मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही टीम, जानिए पूरा मामला…

छत्तीसगढ़ में ईडी का छापा, मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही टीम, जानिए पूरा मामला…

रायपुर।     छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र बिटकॉइन मामले में छत्तीसगढ़ में गौरव मेहता के ठिकानों पर दबिश दी है. यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग की चल रही जांच के तहत की गई है. सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मेहता के ठिकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है.

भाजपा ने एनसीपी नेता और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता नाना पटोले पर मौजूदा चुनावों में अवैध रूप से बिटकॉइन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. उसके नेताओं ने कथित तौर पर एक रिकॉर्डिंग चलाई है, जिसमें दावा किया गया है कि यह सुले की आवाज है. मेहता कथित तौर पर इन लेनदेन से जुड़े हैं. सांसद सुले ने आरोपों से इनकार किया है.

सूत्रों के अनुसार, ईडी मेहता और कुछ अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने भोले-भाले लोगों से बिटकॉइन के रूप में बड़ी रकम (2017 में छह हजार 600 करोड़ रुपये) इकट्ठा की और बिटकॉइन के रूप में 10 प्रतिशत प्रति माह रिटर्न का झूठा वादा किया. इस मामले में महाराष्ट्र और दिल्ली में पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है.