Special Story

“संकल्प से सिद्धि तक” एक भारत, श्रेष्ठ भारत के निर्माण को समर्पित अभियान: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

“संकल्प से सिद्धि तक” एक भारत, श्रेष्ठ भारत के निर्माण को समर्पित अभियान: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

ShivJun 7, 20253 min read

रायपुर।  कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति और कश्मीर के प्रति इसके भ्रमित…

नशे में धुत कार चालक ने लोगों को रौंदा, 1 की मौके पर ही मौत, 3 की हालात गंभीर…

नशे में धुत कार चालक ने लोगों को रौंदा, 1 की मौके पर ही मौत, 3 की हालात गंभीर…

ShivJun 7, 20251 min read

बिलासपुर। तोरवा थाना क्षेत्र के दर्रीघाट के पास एक नशे में…

June 7, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

दुर्ग रेप केस : सुप्रीम कोर्ट के पांच वकीलों की टीम लड़ेगी केस, जनसहयोग से अलावा खुद वकीलों का खर्च वहन करेंगे भाजपा विधायक…

रायपुर। दुर्ग में मासूम बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से स्थानीय वकीलों के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट के पांच वकीलों की टीम केस लड़ेगी. इस बात की जानकारी देते हुए वैशाली नगर से भाजपा विधायक रिकेश सेन ने कहा कि हमारी कोशिश है कि पीड़ित पक्ष को जल्द न्याय मिले. 

विधायक रिकेश सेन ने मीडिया से चर्चा में बताया कि बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के मामले में भिलाई के वकील राजकुमार तिवारी निःशुल्क सेवा देंगे. वहीं सुप्रीम कोर्ट के पांच वकीलों की टीम भिलाई आएगी. हम लगातार उनके संपर्क में हैं. बांसुरी स्वराज से भी बातचीत चल रही है. इस कानूनी लड़ाई में वकीलों का जो भी खर्च होगा, मैं खुद जनसहयोग से वहन करूंगा.

रिकेश सेन ने कहा कि सबूत के अभाव में लोग छूट जाते हैं. मैं अभी दिल्ली गया था, जहां मैंने पांच बड़े वकीलों से मुकदमा लड़ने की बात की है. इसके साथ तय किया कि स्थानीय स्तर में दुर्ग जिले के पांच अधिवक्ता नि:शुल्क इस पूरे प्रकरण को देखेंगे. सबसे बड़े क्रिमिनल वकील राजकुमार तिवारी के नेतृत्व में पांच लोगों का पैनल इस मामले को देखेगा.

उन्होंने कहा कि इसका पूरा खर्च जन सहयोग से हम वहन करेंगे. मुझे लगता है अगर ऐसे प्रयास होंगे तो निश्चित रूप से आरोपी को फांसी के तख्ते तक पहुंचाएंगे. बच्ची परिजनों को सहयोग मिले इसको लेकर सरकार ने व्यवस्था कर ली है. उसके परिवार को कुछ सहयोग दिया जाएगा. अभी तो आरोपी को फांसी के तख्ते तक पहुंचना है.

भाजपा विधायक ने कहा कि यह चिंता का विषय है. जो भी आरोपी रहता है, कानून के हाथ उस तक पहुंच जाते हैं. अगर कोई घर में ही क्रिमिनल बैठा हुआ है, और अपने ही रिश्तेदार से बच्चियों से अगर इस तरह का कृत्य करेंगे, तो यह कानून के लिए चिंता का विषय है. कहीं ना कहीं सरकारों के लिए चिंता का विषय है. जनता के लिए भी है चिंता का विषय है.