1 साल में पकड़ाई 49.37 करोड़ की नशीली दवाएं : छत्तीसगढ़ में SAFEMA के तहत हुई पहली कार्रवाई, अपराधियों की 5.56 करोड़ की अवैध संपत्ति कुर्क, 2149 आरोपियों को किया गिरफ्तार

रायपुर। पुलिस मुख्यालय में नारकोटिक्स पुलिस महानिरीक्षक अजय यादव ने आज जिलों के एन्टी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स (ANTF) के नोडल अधिकारियों की वर्चुअली बैठक ली. इस बैठक में मादक पदार्थों की जब्ती, अपराधियों की गिरफ्तारी और अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई को लेकर अहम निर्देश दिए गए।
1329 मामले दर्ज, 49.37 करोड़ की नशीली दवाओं की जब्ती
आईजी अजय यादव ने बैठक में बताया कि वर्ष 2024 में 1329 प्रकरण दर्ज किए गए, जिसमें गांजा (24631.3 किलो), ब्राउन शुगर (335.4 ग्राम), अफीम (1.36 किलो) सहित अन्य नशीली दवाएं जब्त की गईं, जिनकी कुल कीमत लगभग 49.37 करोड़ रुपये आंकी गई. इस दौरान 2149 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. वर्ष 2025 के फरवरी तक 192 प्रकरणों में 340 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

SAFEMA के तहत पहली बार बड़ी कार्रवाई
राज्य में पहली बार SAFEMA (Smugglers and Foreign Exchange Manipulators Act) के तहत 5.56 करोड़ की अवैध संपत्ति कुर्क की गई. पिट एनडीपीएस एक्ट के तहत 83 आरोपियों के खिलाफ निरोध आदेश जारी कर उन्हें जेल भेजा गया, वहीं 211 प्रकरणों में जब्त वाहनों को राजसात करने की कार्रवाई की जा रही है.
नशा कारोबारियों की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई के निर्देश
आईजी यादव ने बड़ी जब्ती के मामलों में वित्तीय जांच और एंड-टू-एंड इन्वेस्टिगेशन किए जाने के निर्देश दिए हैं. नशा कारोबारियों की अवैध संपत्ति को SAFEMA के तहत जब्त करने के लिए अधिक से अधिक मामले तैयार कर सक्षम प्राधिकारी को भेजा जाए.
नशामुक्ति अभियान को बढ़ावा
नोडल अधिकारियों को नशामुक्ति केंद्रों का निरीक्षण करने और “मानस हेल्पलाइन” (टोल फ्री नंबर 1933) व “नशामुक्त भारत अभियान” के प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए गए. बैठक में सीआईडी एएसपी पूजा अग्रवाल सहित सभी जिलों के एएनटीएफ अधिकारी उपस्थित रहे.