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रायपुर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में चाकूबाजी, तीन युवकों ने पार्किंग स्टाफ पर किया हमला

रायपुर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में चाकूबाजी, तीन युवकों ने पार्किंग स्टाफ पर किया हमला

ShivJun 14, 20252 min read

रायपुर। राजधानी रायपुर के रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शनिवार…

June 14, 2025

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डॉक्टर से 11.25 लाख की ऑनलाइन ठगी, बिहार से तीन आरोपी गिरफ्तार

अंबिकापुर। शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. अमित असाटी से हल्दीराम फ्रेंचाइजी के नाम पर 11.25 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी करने वाले तीन साइबर ठगों को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार से गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला अंबिकापुर कोतवाली थाना क्षेत्र का है, जिसकी जांच सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IG) दीपक झा के निर्देशन में की गई। इस हाई-प्रोफाइल ठगी का खुलासा तब हुआ, जब डॉ. असाटी ने अपने एक मित्र से इस लेन-देन की चर्चा की। मित्र ने जिस बैंक खाते में पैसे जमा किए गए थे, उसकी जानकारी निकालने पर यह स्पष्ट हो गया कि वह खाता किसी आम व्यक्ति का सेविंग अकाउंट है, न कि किसी प्रतिष्ठित कंपनी का। इसी के बाद डॉक्टर को ठगे जाने का एहसास हुआ।

ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का जाल डॉ. अमित असाटी ने बताया कि उन्होंने रायपुर रिंगरोड स्थित काली मंदिर के पास अपने नए कॉम्प्लेक्स में हल्दीराम की फ्रेंचाइजी खोलने की योजना बनाई थी। करीब छह महीने पहले उन्होंने हल्दीराम के एक अधिकृत सेल्स मैनेजर से भी बातचीत की थी, लेकिन उस समय बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई। इसके बाद उन्होंने इंटरनेट पर सर्च करना शुरू किया, जहां उन्हें हल्दीराम नाम की एक वेबसाइट मिली। साइट पर दर्ज एक मोबाइल नंबर से उन्होंने संपर्क किया। इस कॉल पर उनसे उनकी कॉम्प्लेक्स की तस्वीरें मांगी ईं, जो उन्होंने वॉट्सऐप पर भेज दी। उन्हें बताया गया कि फ्रेंचाइजी खोलने में 50 लाख रुपए का खर्च आएगा, लेकिन आवेदन शुल्क और सिक्योरिटी डिपॉजिट के तौर पर शुरुआत में 11.25 लाख रुपए जमा करने होंगे।

विश्वास में लेकर उनसे दो दिन—28 और 29 जनवरी 2025 को कुल 11.25 लाख रुपए इंडियन ओवरसीज बैंक के खाते में जमा करवा लिए गए। कुछ समय बाद जब उन्होंने अकाउंट की जांच की, तो उन्हें ठगी का अंदेशा हुआ।

ठगी की जानकारी मिलते ही जांच में जुटी पुलिस

डॉ. असाटी ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद IG दीपक झा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल को इसकी जांच सौंपी। छानबीन करते हुए साइबर सेल की टीम नालंदा ज़िले के नूरसराय, चंडी और सहाजपुर गांवों तक पहुंची। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों—रानू कुमार (19), मुन्ना कुमार (19) और शिवम कुमार (21) को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में संदिग्ध सामग्री बरामद की। उनके पास से 1,98,500 रुपए नकद, 6 मोबाइल फोन, 19 एटीएम कार्ड, 35 बैंक पासबुक और 20 चेकबुक जब्त किए गए। पुलिस को संदेह है कि इन खातों का इस्तेमाल देशभर में कई अन्य ऑनलाइन ठगी के मामलों में हुआ है ‘;पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे गूगल में एड देकर अलग-अलग नामों से फ्रेंचाइजी, डीलरशिप और सरकारी भर्ती जैसी स्कीमों का प्रचार करते थे। जैसे ही कोई व्यक्ति उनकी वेबसाइट या नंबर के ज़रिए संपर्क करता, वे उसे आकर्षक ऑफर देकर ठगी का शिकार बनाते थे। चौंकाने वाली बात यह है कि इन तीनों आरोपियों की उम्र 21 वर्ष से कम है, और सभी ने सामान्य शिक्षा प्राप्त की है। रानू कुमार फार्मेसी का छात्र रहा है, जबकि मुन्ना कुमार और शिवम कुमार बीए के छात्र हैं।