Special Story

गृहमंत्री शाह से मुलाकात के लिए CM साय हुए रवाना, नए आपराधिक कानूनों और नक्सल उन्मूलन पर होगी अहम बैठक

गृहमंत्री शाह से मुलाकात के लिए CM साय हुए रवाना, नए आपराधिक कानूनों और नक्सल उन्मूलन पर होगी अहम बैठक

ShivApr 21, 20251 min read

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज दोपहर छत्तीसगढ़ सदन, नई दिल्ली…

खेलते-खेलते तलाब में डूबी दो बहनें, 1 की हुई मौत, दूसरी लड़ रही जिंदगी की जंग

खेलते-खेलते तलाब में डूबी दो बहनें, 1 की हुई मौत, दूसरी लड़ रही जिंदगी की जंग

ShivApr 21, 20251 min read

बिलासपुर।  न्यायधानी बिलासपुर में दो बच्ची खेलते-खेलते तालाब में डूब…

April 21, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

परेशान किसान ने की इच्छामृत्यु की मांग : जमीन सीमांकन के नाम पर एक साल से पटवारी लगवा रहा चक्कर, किसान ने कलेक्टर से की शिकायत

बिलासपुर- पटवारी के जमीन सीमांकन न किए जाने से परेशान किसान ने कलेक्टर से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है. यह मामला बिलासपुर के टांडा गांव का है. पीड़ित किसान ने आरोप लगाया है कि पटवारी जमीन के सीमांकन के नाम पर पिछले 1 साल से घुमा रहा है और धमकी भी दे रहा है.

जानकारी के अनुसार, ग्राम टांडा के रहने वाले किसान घासीदास वैष्णव की भूमि खसरा नं. क्रमशः 1281/1, 1316/4, 1316/6 जो राजस्व अभिलेख में दर्ज है. जिसका किसान ने बी-1, नक्शा और नोट शीट के साथ पटवारी शशांक त्रिपाठी से मांगा. लेकिन पटवारी ने सिर्फ बी-1 7 फरवरी को दिया. किसान ने जब नक्शे की मांग की, तो सर्वर नहीं है कहकर भगा दिया गया. जिसके बाद वह दूसरे दिन नक्शे और सम्पूर्ण कागजात लेने के लिए गया, तो पटवारी ने कहा कि खसरा नं. 1316/6 को मैं दूसरे के साथ सौदा कर दिया हूं. उक्त भूमि का एक लाख रुपये लेकर रजिस्ट्री कर दो.

किसान का कहना है कि वह उक्त भूमि को नहीं जानता और न ही पटवारी उसे इसके बारे में बता रहा है. जबकि 1281/1, 1316/4 खसरे की भूमि किसान की जानकारी में है. खसरा नं. 1316/6 की भूमि को लेकर लगभग 1 वर्ष से पटवारी जानकारी नहीं दे रहा है. जमीन का पेपर मांगने पर पटवारी की ओर से किसान को धमकी दी जा रही है.

किसान का आरोप है कि पटवारी खसरा नम्बर 1316/6 की भूमि को खुद सौदा करने की बात कहता है. पटवारी उक्त खसरे की भूमि को नहीं बताऊंगा कहता है और जहां शिकायत करना है कर दो कहता है. इसके लिए वह राजनीति नेताओं का हवाला देता है. जिसके चलते किसान की मानसिक और आर्थिक स्थिति बहुत ही ज्यादा खराब है. अब पीड़ित किसान पटवारी शशांक त्रिपाठी की धमकी के चलते इच्छामृत्यु (आत्मदाह करने) की मांग कर रहा है.