Special Story

स्वर्गीय रामजीलाल अग्रवाल के शांति मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

स्वर्गीय रामजीलाल अग्रवाल के शांति मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivJun 5, 20251 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज शाम सांसद बृजमोहन अग्रवाल…

अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित हो दवाइयों की पहुंच: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित हो दवाइयों की पहुंच: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

ShivJun 5, 20252 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य विभाग के सभी प्रमुख…

लाल आतंक का अंत: नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है — मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

लाल आतंक का अंत: नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है — मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

ShivJun 5, 20252 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़…

नवा रायपुर में बनेगी राष्ट्रीय तीरंदाजी अकादमी, खेल प्रतिभाओं को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय मंच

नवा रायपुर में बनेगी राष्ट्रीय तीरंदाजी अकादमी, खेल प्रतिभाओं को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय मंच

ShivJun 5, 20252 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए खेलों में भविष्य गढ़ने…

June 5, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

दिवंगत भाजपा विधायक भीमा मंडावी की बेटी दीपा मंडावी ने की आत्महत्या, परिवार में शोक की लहर

दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के दिवंगत भाजपा विधायक भीमा मंडावी की बेटी दीपा मंडावी ने आत्महत्या कर ली है। वह उत्तराखंड के देहरादून में एक पीजी में रहकर पढ़ाई कर रही थी और हाल ही में अपने घर दंतेवाड़ा भी आई थी। दीपा ने आत्महत्या क्यों की इस बात का खुलासा अब तक नहीं हो सका है। दीपा के इस आत्मघाती कदम से पूरे परिवार में शोक की लहर है।

बता दें कि घटना की जानकारी मिलने के बाद दीपा के परिजन देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं। राज्य महिला आयोग की सदस्य और दीपा मांडवी की मां ओजस्वी भीमा मंडावी इस समय गहरे सदमे में हैं। दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी, पूर्व विधायक देवती कर्मा, जिला पंचायत सदस्य तूलिका कर्मा समेत कांग्रेस के अन्य नेता भी दीपा के घर पहुंचे हैं और शोक संतप्त परिवार के साथ मौजुद हैं।

भीमा मंडावी की नक्सलियों ने की थी हत्या

गौरतलब है कि दीपा के पिता और भाजपा विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों ने 9 अप्रैल 2019 को हत्या कर दी थी। यह घटना लोकसभा चुनाव के मतदान से ठीक दो दिन पहले दंतेवाड़ा के कुआकोंडा इलाके के श्यामागिरी में हुई थी। इस हमले में भीमा मंडावी और उनका ड्राइवर समेत तीन पुलिसकर्मी भी शहीद हुए थे। इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने एनआईए से जांच का आदेश दिया था और मई 2019 में एनआईए ने इस मामले में केस दर्ज किया था।