भारत में कोरोना का ‘कहर’ जारी: 24 घंटे में 6 की मौत, एक्टिव केस 4 हजार के पार

नई दिल्ली। कोरोना भारत में कोहराम मचाते हुए लोगों को लीलना शुरू कर दिया है। पिछले 24 घंटे में 6 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। इसी के साथ ही मरने वालों की कुल संख्या 34 पहुंच गई है। अहमदाबाद में कोविड पीड़ित 18 साल की गर्भवती की मौत हो गई है। जबकि दिल्ली में 22 वर्षीय युवती की भी मौत कोरोना के कारण हो गई। वहीं एक्टिव केस की संख्य़ा 4 हजार के पार पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, जनवरी से अब तक कोरोना से 34 लोगों की मौत हो चुकी है। बीते 24 घंटे में 6 मौतें हुई हैं। सोमवार को अहमदाबाद में 18 साल की गर्भवती लड़की और 47 साल की महिला की कोरोना से जान गई। दिल्ली में 22 साल की एक युवती की मौत हो गई है। इससे पहले रविवार को दिल्ली में 22 साल की लड़की और तमिलनाडु में 25 साल के लड़के की कोरोना से मौत हुई थी।
जबकि देश में एक्टिव केसों की संख्या 3976 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के मुताबिक 10 दिन में 15 गुना मामले बढ़े हैं। केरल में सबसे ज्यादा 1435 केस हैं। महाराष्ट्र एक्टिव मामलों के मामले में दूसरे नंबर पर है। यहां 506 मरीज हैं।
केंद्र सरकार ने कहा- कोरोना से निपटने के लिए तैयारियां पूरी
इधर केंद्रीय स्वास्थ्य और आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा- स्वास्थ्य विभाग और आयुष मंत्रालय पूरी तरह से सतर्क हैं। सभी राज्यों के हालात पर नजर रख रहे हैं। हमने संबंधित सचिवों और मंत्रियों से बातचीत की है। उन्होंने आगे कहा कि पिछली कोविड लहरों के दौरान बने ऑक्सीजन प्लांट, ICU बेड इत्यादि की समीक्षा हो चुकी है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां जारी हैं।
मिजोरम में 7 महीने बाद कोविड का पहला केस मिला
मिजोरम में 30 मई को 2 लोगों में कोविड-19 की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य में इस तरह का आखिरी मामला सामने आने के 7 महीने बाद कोविड के केस मिले। मिजोरम में कोविड-19 का आखिरी मामला अक्टूबर 2024 में सामने आया था, उस दौरान राज्य में 73 लोग वायरस से संक्रमित हुए थे।
यूपी में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ नोएडा
नोएडा में कोरोना के 14 नए मामले सामने आए हैं। इलाके में कुल एक्टिव मामलों की तादाद 57 पहुंच चुकी है। उत्तर प्रदेश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले नोएडा में हैं लगातार नोएडा में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सभी मरीज होम आइसोलेशन पर हैं। 30 पुरुष और 27 महिला कोरोना से संक्रमित हैं। बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए सभी हॉस्पिटल में मॉकड्रिल की तैयारी हो रही है।
पश्चिम बंगाल में विदेशी राजनयिक समेत 5 नए मामले
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर चिंता बढ़ा रहे हैं। राज्य में हाल ही में 5 नए कोविड-19 पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं, जिनमें एक विदेशी राजनयिक भी शामिल है। इन नए मामलों के बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 27 हो गई है। सभी संक्रमित व्यक्तियों को आइसोलेशन में रखा गया है और उनका इलाज जारी है।
कोरोना की ये पांच गाइडलाइन
मास्क पहनना फिर से बनाएं आदत: अब जब लोग फिर से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने लगे हैं, मास्क पहनना अनिवार्य हो जाना चाहिए। यह न सिर्फ आपको वायरस से बचाता है, बल्कि आसपास के लोगों को भी सुरक्षित रखता है। विशेषकर बुज़ुर्ग और बच्चे को ध्यान देना चाहिए, जिन्हें संक्रमण का खतरा अधिक होता है।
हाथों की स्वच्छता में न करें लापरवाही: कोरोना के मामले कम हुए हों, लेकिन हाथ धोने की आदत को न छोड़ें। हर बार बाहर से आने पर, खाना खाने से पहले और किसी चीज को छूने के बाद हाथों को अच्छे से साबुन या सैनिटाइज़र से साफ करें।
सोशल डिस्टेंसिंग को फिर से अपनाएं: रेस्टोरेंट, मार्केट या ऑफिस, जहां भी जाएं, वहां भीड़ से थोड़ा दूरी बनाकर रखें। ये एक छोटी सी आदत है जो बड़ी परेशानी से बचा सकती है।
सर्दी-खांसी को न करें नजरअंदाज: अगर किसी को खांसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण हैं तो उसे घर पर रहकर आराम करना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। खुद को आइसोलेट करना और दूसरों से दूरी बनाए रखना आपकी जिम्मेदारी है।
बूस्टर डोज जरूर लगवाएं: जिन्होंने बूस्टर डोज नहीं ली है या जिन बच्चों को टीका नहीं लगा है, उनके लिए यह सही समय है। वैक्सीनेशन न सिर्फ संक्रमण को रोकता है, बल्कि संक्रमण के बाद के प्रभावों को भी कम करता है।