अजीत जोगी की प्रतिमा पर विवाद : CMO ने जोगी की प्रतिमा हटाने ठेकेदार को जारी किया नोटिस, कहा – बिना वर्क आर्डर की गई है स्थापना

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। गौरेला में जन्मे छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की प्रतिमा लगाए जाने को लेकर विवाद गरमाता जा रहा है. दरअसल गौरेला के ज्योतिपुर चौक में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की प्रतिमा स्थानीय ठेकेदार गणेश कंस्ट्रक्शन ने स्थापित की है. बताया जा रहा है कि उस स्थान पर ठेकेदार को चबूतरा और गार्डन निर्माण का ही वर्क आर्डर जारी किया गया था. प्रतिमा लगाए जाने का कोई भी वर्क आर्डर जारी नहीं किया गया था. प्रतिमा लगाने के बाद मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने ठेकेदार गणेश कंस्ट्रक्शन को नोटिस जारी कर जोगी की प्रतिमा को हटाने का आदेश दिया है.
ठेकेदार को जारी नोटिस में कहा गया है कि 24 घंटे के अंदर प्रतिमा नहीं हटाए जाने पर गणेश कंस्ट्रक्शन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बताया जा रहा कि इसी स्थान पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा लगाए जाने का प्रस्ताव नगर पालिका परिषद ने पारित किया था.
जोगी की प्रतिमा हटाना जनभावनाओं के विरुद्ध होगा : पार्षद रियाज
जोगी की प्रतिमा को लेकर हो रहे विवाद पर स्थानीय पार्षद रियाज कुरैशी का कहना है कि अजीत जोगी की प्रतिमा हटाया जाना जनभावनाओं के विरुद्ध होगा. अजीत जोगी इस क्षेत्र के माटी पुत्र हैं. उन्होंने अपने नगर का नाम देश-विदेश तक रोशन किया है. साथ ही वे इस प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं, इसलिए जो प्रतिमा स्थापित हो चुकी है उसे नहीं हटाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, पूर्व में नगर पालिका ने जो चबूतरा निर्माण के लिए टेंडर जारी किया उसमें अजीत जोगी की प्रतिमा लगाए जाने को लेकर ही किया गया था.
चबूतरा, गार्डन बनाने का वर्क आर्डर जारी किया था, प्रतिमा का नहीं : CMO
गौरेला मुख्य नगर पालिका अधिकारी नारायण साहू के अनुसार गौरेला के ज्योतिपुर तिराहे में ठेकेदार को चबूतरा निर्माण और गार्डन बनाने का वर्क आर्डर नगर पालिका ने जारी किया था. प्रतिमा लगाने का कोई वर्क आर्डर जारी नहीं किया गया था. स्थल निरीक्षण के दौरान पाया गया कि वहां ठेकेदार ने अनाधिकृत रूप से पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की प्रतिमा को लगाया है. अप्रैल माह में गौरेला नगर पालिका परिषद की बैठक में इस स्थान पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा लगाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया था.
