Special Story

PCC सचिव सिधांशु मिश्रा गिरफ्तार

PCC सचिव सिधांशु मिश्रा गिरफ्तार

ShivMar 10, 20251 min read

बिलासपुर।  छत्तीसगढ़ में आज सुबह से पूर्व सीएम भूपेश बघेल…

शार्क टैंक में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करने वाली ईशा को कलेक्टर ने किया सम्मानित

शार्क टैंक में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करने वाली ईशा को कलेक्टर ने किया सम्मानित

ShivMar 10, 20252 min read

धमतरी। धमतरी जैसे छोटे शहर से सफल स्टार्टअप शुरू कर अपने…

March 10, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

कांग्रेस ने 17 बागी नेताओं को पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता, जिला महामंत्री को थमाया नोटिस

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। नगरीय निकाय चुनाव से पहले जिला कांग्रेस ने कड़ा रुख अपनाते हुए 17 बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसके अलावा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमित पाठक (जिला महामंत्री) को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में नोटिस जारी किया गया है। उन्हें 48 घंटे के भीतर जवाब देने का समय दिया गया है, अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष भी निष्कासित

बता दें कि कांग्रेस से निष्कासित नेताओं में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष राकेश जालान और इकबाल सिंह भी शामिल हैं। निवर्तमान अध्यक्ष राकेश जालान को टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था, इस अनुशासनहीनता के चलते उन पर कार्रवाई की गई है।

ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों पर भी गिरी गाज

गौरेला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अमोल पाठक का इस्तीफा पार्टी ने मंजूर कर लिया है। टिकट बंटवारे से असंतुष्ट होकर उन्होंने पहले ही पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, पेंड्रा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने की कार्रवाई

गौरतलब है कि यह कार्रवाई जिला कांग्रेस अध्यक्ष उत्तम वासुदेव ने की है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि अनुशासनहीनता को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और चुनावी माहौल में अनुशासन भंग करने वालों पर आगे भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस में मचा घमासान

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में नगरीय निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस में उठापटक तेज हो गई है। बागी नेताओं के निष्कासन के बाद कांग्रेस की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि इन बागी नेताओं के निष्कासन का आगामी चुनावों पर क्या असर पड़ता है।