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स्व-सहायता समूह से बहनों के जीवन में नए सूर्य का हुआ उदय : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivApr 9, 20255 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि स्व-सहायता समूह…

ग्लोबल स्किल पार्क की सभी सीटें भरी जाएं : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivApr 9, 20252 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि ग्लोबल…

छत्तीसगढ़ का सामाजिक सशक्तिकरण मॉडल हुआ पेश, लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा- सामाजिक न्याय हर व्यक्ति तक पहुँचा

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ShivApr 9, 20253 min read

रायपुर।   समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने देहरादून में आयोजित…

भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प, दोनों पक्ष के सैकड़ों लोग पहुंचे थाने

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ShivApr 9, 20252 min read

जगदलपुर। शहर में देर शाम भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं…

April 9, 2025

Apni Sarkaar

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कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस : शराब घोटाले मामले में ED ने विवेक ढांड को बताया सूत्रधार

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड का नाम जुड़ने से सियासत गर्मा गई है. मामले में भाजपा के आरोप के बाद आज पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान जब बैज से विवेक ढांड से जुड़े सवाल किये गए तो इससे वह बचते नजर आए और कहा कि मामले में जांच जारी है. वहीं उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनावी मौसम में कांग्रेस के नेताओं को सेंट्रल एजेंसियों के जरिए डराया जा रहा है.

दरअसल, शराब घोटाला मामले में बुधवार को कवासी लखमा की गिरफ्तार के बाद अब तलवार पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड पर लटक रही है क्योंकि ED ने कोर्ट में जो चार्जशीट पेश किया है, उसमें शराब घोटाले का सूत्रधार विवेक ढांड को बताया गया है. बता दें कि विवेक ढांड भूपेश सरकार में नवाचार आयोग के अध्यक्ष भी थे. सरकार और प्रशासन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.

शराब घोटाले में विवेक ढांड का नाम आने के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. वहीं पीसीसी चीफ दीपक बैज ने राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान दीपक बैज विवेक ढांड के मामले में कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं. उन्होंने विवेक ढांड की संलिप्तता के सवाल से पूरी तरह किनारा कर लिया. लेकिन उन्होंने भाजपा की सरकार पर ST, SC और OBC वर्ग के नेताओं को टारगेट करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी किसी आदिवासी नेतृत्व को आगे आना नहीं देना चाहती. जब-जब चुनाव आते हैं, तो कांग्रेस के नेताओं को सेंट्रल एजेंसियों के जरिए डराने का काम बीजेपी करती है.

मुख्यमंत्री साय पर पीसीसी चीफ ने निशाना साधते हुए कहा कि जनजाति मुख्यमंत्री हमारे आदिवासी नेता अमरजीत भगत, कवासी लखमा और फिर ओबीसी नेता देवेंद्र यादव को टारगेट कर रहे हैं. उन्होंने आगे यह भी सवाल किया कि अब अगला नंबर किसका है, अब किस आदिवासी नेता को सरकार टारगेट करने जा रही है?

इसके साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सरकार से OBC आरक्षण को बहाल करने का मांग की है. बैज ने कहा है कि प्रदेश भर में OBC वर्ग चक्काजाम और चुनाव बहिष्कार करने की रणनीति तैयार कर रहे है. बीजेपी की ग़लत नियत के चलते OBC वर्ग को वार्ड से लेकर अध्यक्ष तक नुक़सान हुआ है जिसके लिये बीजेपी सरकार ज़िम्मेदार है और OBC वर्ग इस से ज़बर्दस्त आंदोलित है. चुनाव लड़ने से OBC वर्ग को सरकार वंचित कर रही है.

उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि सामान्य सीट OBC को देकर सामान्य वर्ग के लोगो के आरक्षण में भी डकैती कर रही है बीजेपी सरकार. उन्होंने माँग की है कि चाहे अध्यादेश लाए, चाहे विशेष सत्र बुलाए. OBC आरक्षण को बहाल करने जो प्रयास करना पड़े करे सरकार.

EVM को लेकर दीपक बैज ने कहा कि ये सरकार हार के डर से अब ईवीएम की शरण में आ गई है. पहले उपमुख्यमंत्री बैलेट पेपर की बात कर रहे थे लेकिन अब जीतने के लिए हर हथकंडे अपना रही है, सेटिंग कर रही है. उन्होंने कहा कि कई ज़िलों से ज़िलाध्यक्षों की शिकायत आ रही है कि EVM में VVPAT नहीं है. ये सरकार उल्टा चल रही है. इसके पीछे सत्यता क्या है सरकार को स्पष्ट करना चाहिए.

बोर्ड परीक्षा के बीच चुनाव का पीसीसी चीफ दीपक बैज ने विरोध किया है. उन्होंने कहा कि जल्द परीक्षा शुरू हो रहे है. CGBSE CBSE ICSE बोर्ड की परीक्षाएं हैं. बच्चों को तैयारी के लिये एक महीने फ्री समय चाहिए. यदि हर गली मोहल्ले में प्रचार होंगे तो बच्चे पढ़ाई कैसे करेंगे. मतदाता सूची प्रकाशन का डेट भी सरकार बढ़ाते जा रही है. इतने कम समय में सरकार पेपर और चुनाव कैसे कराएगी. लाखों विद्यार्थी प्रदेश की परीक्षा में बैठेंगे. उसी केंद्र में परीक्षा और निर्वाचन होंगे, ये कैसे संभव है. परीक्षा और चुनाव एक साथ नहीं टकराने चाहिए.

पहले चुनाव होगा या परीक्षा सरकार को स्पष्ट करना होगा वरना सरकार के ग़लत नीतियों का परिणाम विद्यार्थियों को भुगतना पड़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने किसानों से वादाखिलाफी का भी मुद्दा उठाया. कहा कि किसानों के खातों में 3100 की राशि अब भी नहीं पहुंची है. सरकार 2300 में धान ख़रीद रही है. 31 सौ का वादा करने वाली सरकार हाफ़ क्यों रही है , अब बताएं 3217 रुपये किसानों को कब मिलेगा?