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तीन नर कंकाल मामले में एसपी की बड़ी कार्रवाई, थाना प्रभारी लाइन अटैच

तीन नर कंकाल मामले में एसपी की बड़ी कार्रवाई, थाना प्रभारी लाइन अटैच

ShivNov 16, 20242 min read

बलरामपुर।  छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में 15 नवंबर को एक खेत…

November 16, 2024

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बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस ने की जांच, सरकार को ठहराया जिम्मेदार, कहा- निर्दोष पर न करें कार्रवाई वरना समाज के साथ पार्टी बैठेगी धरने पर

बलौदाबाजार।      छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुई हिंसक घटना के बाद कांग्रेस कमेटी ने जांच दल गठित की है. आज गुरुवार को कांग्रेस की टीम ने घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच की जिसके बाद उन्होंने प्रेस वार्ता कर पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान शिव डहरिया ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के शासन काल में इस तरह की घटनाएं होती हैं. पुलिस पूरी तरह फैल साबित हुई है.

समाज के साथ धरने पर बैठेगी कांग्रेस

कांग्रेस नेता शिव डहरिया ने भाजपा सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा, कि उनका इटेलिजेंस क्या कर रहा था ? भाजपा के भी लोग मंच पर थे, उनपर कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है ? इसके साथ ही डहरिया ने कहा कि दोषी जो भी हो बख्शा नहीं जाना चाहिए, पर पुलिस निर्दोष पर कार्यवाही न करें वरना समाज के साथ कांग्रेस धरने पर बैठेगी.

बता दें आज कांग्रेस की 7 सदस्यीय जांच दल आज सुबह गिरौदपुरी धाम पहुंची. वहां पूजा अर्चन करने के बाद ग्राम महकोनी स्थित अमर गुफा गई. जहां जैतखाम काटे जाने और जैतखाम का अपमान किए जाने की जांच की. इसके बाद जांच दल बलौदा बाजार कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची और बलौदा बाजार में हुई हिंसा घटना और आगजनी का निरीक्षण कर नुकसान का जायजा लिया. इसके बाद कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेस कर मीडिया से बातचीत की.

शिव डहरिया ने आगे कहा. कि दरअसल इस पूरे विवाद की शुरुआत 15-16 मई को महकोनी स्थित अमरगुफा से हुई है, जहां जैतखाम को नुकसान पहुंचाए जाने से सतनामी समाज अक्रोशित था. सतनामी समाज लगातार कार्यवाही की मांग कर रहा था. संतोष जनक कार्रवाई नहीं होने के कारण समाज में आक्रोश फैल गया और समाज के लोगों ने उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी के साथ जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा. कहीं ना कहीं प्रशासन ने इस पूरे मामले में गंभीरता नहीं दिखाई और यही एक बड़ी वजह रही कि बलौदा बाजार में इतनी बड़ी हिंसक और आगजनी की घटना हुई.

बता दें, 10 जून को बलौदाबाजार में भयानक हिंसक घटना हुई जिसमें उपद्रवियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में रखी सभी गाड़ियों में आग लगा कर खाक कर दिया. इतना ही नहीं भयानक आगजनी में पूरी सरकारी बिल्डिंग भी धूं-धूं कर जल गईं. हालांकि इस घटना के ठीक कुछ घंटों पहले ही उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मामले की न्यायिक की घोषणा की थी. लेकिन इस हिंसक घटना को पूरे तैयारी के साथ बड़ी संख्या में आक्रोशित लोगों ने अंजाम दिया

पुलिस प्रशासन फेल : शिव डहरिया

वहीं कांग्रेस ने आज पीसी में कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस प्रशासन का इंटेलिजेंस पूरी तरीके से फेल नजर आया. जानकारी होने के बावजूद पुलिस प्रशासन के तरफ से आंदोलनकारी को रोकने के लिए ना तो पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात की गई और न ही आंदोलन स्थल पर पेट्रोल बम, पत्थर, लाठी और डंडा से लैस लोगों के खिलाफ कोई एक्शन लिया गया. फलस्वरुप अक्रोशित जन सैलाब बेरिकेटिंग तोड़कर कलेक्ट्रेट कार्यालय तक पहुंची और वहां पर तोड़फोड़ के साथ ही आगजनी की घटना को अंजाम दिया.

पहले ही जांच कमेटी गठित कर दी जाती तो यह घटना नहीं होती : शिव डहरिया

मामले में जांच कमेटी के संयोजक शिव डहरिया ने घटना के लिए भाजपा की सरकार और प्रशासन को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि अगर पहले ही जांच कमेटी गठित कर दी जाती तो यह घटना नहीं होती. इस दौरान उन्होंने बलौदा बाजार में हुई हिंसक घटना और आगजनी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.

वहीं भीम आर्मी, भीम रेजिमेंट और भीम क्रांतिवीर के इस घटना में शामिल होने के सवाल पर शिव डहरिया ने कहा कि मामले में जो दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, लेकिन बेगुनाहों को ना पकड़ा जाए और उन्हें ना सताया जाए.