Special Story

किसानों को सुगमता से रासायनिक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करें : मंत्री केदार कश्यप

किसानों को सुगमता से रासायनिक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करें : मंत्री केदार कश्यप

ShivJun 2, 20253 min read

रायपुर।   सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने आज महानदी मंत्रालय भवन…

रेस्टोरेंट के बाहर प्रॉपर्टी डीलर की पिटाई, गोलीकांड के आरोपी रोहित तोमर के खिलाफ FIR दर्ज

रेस्टोरेंट के बाहर प्रॉपर्टी डीलर की पिटाई, गोलीकांड के आरोपी रोहित तोमर के खिलाफ FIR दर्ज

ShivJun 2, 20252 min read

रायपुर। राजधानी के VIP रोड स्थित ओमाया गार्डन LOD रेस्टोरेंट के…

हाईस्कूल शिफ्ट करने के विरोध में चंदखुरी फार्म की सभी दुकाने  रही बंद

हाईस्कूल शिफ्ट करने के विरोध में चंदखुरी फार्म की सभी दुकाने  रही बंद

ShivJun 2, 20251 min read

रायपुर।   चंदखुरी फार्म हाईस्कूल का नवीन बिल्डिंग जो कि पूर्वमें…

सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, 2 हार्डकोर समेत 16 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, 25 लाख का था इनाम

सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, 2 हार्डकोर समेत 16 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, 25 लाख का था इनाम

ShivJun 2, 20252 min read

बस्तर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को…

June 2, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

पिरदा बारूद फैक्ट्री में विस्फोट पर कांग्रेस ने पेश किया ध्यानाकर्षण, विपक्ष को नहीं भाया मंत्री का जवाब, किया बहिर्गमन…

रायपुर। विधानसभा में पिरदा में बारूद फैक्ट्री में विस्फोट पर कांग्रेस विधायक राघवेन्द्र सिंह और शेषराज हरबंश ने ध्यानाकर्षण पेश किया. कांग्रेस विधायकों ने फैक्ट्री में सुरक्षा मापदंडों का पालन नहीं होने पर सवाल उठाया. इस पर मंत्री लखन लाल देवांगन के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने बहिर्गमन किया.

मंत्री लखनलाल देवांगन ने बताया कि लगातार फैक्ट्री का निरीक्षण किया गया है. पाई गई कमियों को दूर करने के निर्देश भी दिए गए थे. समय-समय पर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने भी कहा गया था. फैक्ट्री में हुए दुर्घटना की जांच की गई है, जिसके बाद सभी विनिर्माण प्रक्रिया को रोकने के लिए आदेश जारी किया गया था, जो अब भी प्रभावशील है. प्रबंधन के खिलाफ अपराधिक प्रकरण भी दर्ज है.

कांग्रेस विधायक राघवेन्द्र सिंह ने पूछा कि क्या फैक्ट्री में सुरक्षा के पूरे इंतजाम थे. मंत्री लखनलाल देवांगन ने बताया कि 1991 से फैक्ट्री संचालित है. श्रमिक लंबे समय से काम कम रहे थे, उन्हें सभी जानकारी थी. मामले में दंडाधिकारी जांच भी की जा रही है. फैक्ट्री में कई अनियमितताएं पाई गई हैं, इसलिए लाइसेंस निरस्त किया गया है.

मंत्री ने बताया कि अभी पिरदा की फैक्ट्री में काम पूरी तरह बंद है, नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. सरकार श्रमिकों के साथ है, फैक्ट्री प्रबंधन ने 35 लाख और सरकार ने 5 लाख की सहायता उपलब्ध कराई है. सरकार किसी का बचाव नहीं कर रही है, हम श्रमिकों के साथ हैं.