छत्तीसगढ़ कांग्रेस में घमासान जारी, विधायक और बेटे पर लगा पार्टी विरोधी काम करने का आरोप, जिला अध्यक्ष से हुई शिकायत
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बिलासपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में इन दिनों घमासान मचा हुआ है. विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब नगरीय निकाय चुनाव में मिली शिकस्त से पार्टी उभर नहीं पा रही है. चुनाव में पार्टी के खिलाफ काम करने वाले नेताओं पर कार्रवाई के लिए पीसीसी दफ्तर में निष्कासन की अनुशंसा पहुंच रही है. इसी बीच अब कांग्रेस विधायक दिलीप लहरिया और बेटे अरविन्द के खिलाफ पार्टी से निष्कासन की मांग की गई है.
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मस्तूरी से कांग्रेस विधायक दिलीप लहरिया और उनके बेटे अरविन्द लहरिया पर पूर्व सचिव रवि जायसवाल ने भितरघात का गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसकी लिखित शिकायत जिला कांग्रेस कमेटी बिलासपुर (ग्रामीण) से की गई है. इस पत्र में आरोप लगाया गया है कि पंचायत चुनाव में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ दोनों ने काम किया है. विधायक के बेटे अरविंद लहरिया ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बागी उम्मीदवार किरण संतोष यादव का समर्थन करने के लिए कहा. जिससे पार्टी को नुकसान पहुंचा और भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी राधा खिलावन पटेल की जीत हुई.
आरोप के संबंध में ऑडियो रिकॉर्डिंग
पार्टी में बागियों पर बीते दिनों एक्शन भी हुआ, लेकिन बागियों का साथ देने वालों पर कार्रवाई होगी, यह आगे देखने होगा. शिकायत के साथ एक ऑडियो भी भेजा गया है. जिसमें एक व्यक्ति बताता है कि कांग्रेस विधायक के बेटे अरविन्द लहरिया ने कॉल पर बागी प्रत्याशी किरण किरण संतोष यादव को जितना है. वह मिलनसार है, समर्थन करना है.
विधायक ने नहीं किया क्षेत्र का दौरा
शिकायत पत्र में पूर्व सचिव ने इस बात का भी जिक्र किया कि विधायक दीपक लहरिया ने उनके निर्वाचन क्षेत्र में दौरा नहीं किया. जिससे कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन नहीं मिला. विधायक के असहयोग और बागी उम्मीदवार को समर्थन मिलने के कारण लेखक को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा.
गौरतलब है कि इससे पहले भी कांग्रेस के कई विधायकों पर भीतरघात के आरोप लग चुके हैं. बिलासपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव को पार्टी से निष्कासित करने की सिफारिश की है. उन्होंने आरोप लगाया कि सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव की उपस्थिति में उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया था.