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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ की टेलीफोन डायरेक्टरी का किया विमोचन

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ShivJun 16, 20251 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय…

जातिगत जनगणना पर केंद्र सरकार के निर्णय का सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने किया स्वागत

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ShivJun 16, 20251 min read

रायपुर।  रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं भाजपा के वरिष्ठ…

तबादलों को लेकर ACS की अगुवाई में बनी कमेटी, IAS मनोज पिंगुआ बनाए गए अध्यक्ष

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ShivJun 16, 20251 min read

रायपुर।  राज्य में तबादलों का दौर शुरू होने वाला है।…

रायपुर रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर होंगे शिफ्ट, 18 जून से नए स्थान से मिलेगा टिकट

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ShivJun 16, 20251 min read

रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रायपुर रेल मंडल द्वारा रायपुर रेलवे…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ कैम्पा की गवर्निंग बॉडी की तृतीय बैठक सम्पन्न

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ShivJun 16, 20253 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज मंत्रालय…

June 16, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मरने के बाद मिलेगा मुआवजा…70 साल की बुजुर्ग का छलका दर्द : 20 सालों में 13 कलेक्टर बदले पर अब तक किसानों की समस्या जस का तस, कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल पर बैठे पीड़ित परिवार

सारंगढ़-बिलाईगढ़।   जिले के बिलाईगढ़ ब्लॉक अंतर्गत सोनिया जलाशय परियोजना के चलते डूब प्रभावित दर्जनों किसानों को आज तक उनकी भूमि का मुआवजा नहीं मिला है. बीते 20 वर्षों में 13 कलेक्टर बदल गए, लेकिन किसानों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. अब किसानों का सब्र जवाब दे चुका है और एक बार फिर वे कलेक्टर कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.

अपनी ही जमीन के मुआवजे के लिए किसान सालों से अफसरों के चक्कर काट रहे हैं. एसडीएम से लेकर कलेक्टर और मुख्यमंत्री तक सभी को ज्ञापन सौंप चुके हैं फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई. एक बुजुर्ग महिला किसान ने व्यथा सुनाते हुए कहा, 75 साल की हो गई हूं, अब तो लगता है मरने के बाद ही पैसे मिलेंगे. कभी दंडवत करते हुए तो कभी धरना देकर किसानों ने आवाज उठाई, मगर हर बार सिर्फ आश्वासन मिला.

किसानों ने कहा – चक्कर काटते चप्पले नहीं, पैर घिस चुके

अब किसानों का सब्र जवाब दे चुका है और एक बार फिर वे कलेक्टर कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. किसानों का कहना है कि उनकी चप्पलें नहीं, अब पैर घिस चुके हैं. कई साथी इस 20 साल की लड़ाई में दुनिया छोड़ चुके हैं.

15 दिनों के भीतर समस्या का समाधान हो जाएगा : एसडीएम

इस मामले में एसडीएम ने जल संसाधन विभाग को तत्काल सूचना भेजकर 15 दिन के भीतर समाधान का आश्वासन दिया है. किसान अब हर हाल में न्याय की मांग पर अड़े हुए हैं.