Special Story

नीति आयोग से नारायणपुर को 10 करोड़ का पुरस्कार मिलने पर मंत्री केदार कश्यप ने किसानों को दी बधाई, कहा-

नीति आयोग से नारायणपुर को 10 करोड़ का पुरस्कार मिलने पर मंत्री केदार कश्यप ने किसानों को दी बधाई, कहा-

ShivFeb 23, 20252 min read

नारायणपुर। समग्र श्रेणी और कृषि एवं संबद्ध सेवाओं में अपने उत्कृष्ट…

धार्मिक, आध्यात्मिक और पौराणिक रूप से समृद्ध है छत्तीसगढ़ की धरती – अरुण साव

धार्मिक, आध्यात्मिक और पौराणिक रूप से समृद्ध है छत्तीसगढ़ की धरती – अरुण साव

ShivFeb 23, 20252 min read

रायपुर।   उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज माता शबरी की…

February 23, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

कोयला घोटाला मामला: एसीबी-EOW ने अलग-अलग जगहों से 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार, कोर्ट में किया पेश, 22 तक होगी पूछताछ

रायपुर- बहुचर्चित कोयला घोटाला मामले में एसीबी-EOW ने बड़ी कार्यवाही की है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कोल लेवी वसूली करने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें रोशन सिंह, मुइनुद्दीन कुरैशी, राहुल सिंह, वीरेंद्र जायसवाल समेत परेख कुर्रे को गिरफ्तार किया है. ये सभी कोरबा, सूरजपुर समेत रायपुर में रहकर गैंग के लिए कोल लेवी का काम करते थे. EOW ने सभी आरोपियों को विशेष कोर्ट में पेश किया. जहां कोर्ट ने आरोपियों को 22 जून तक के​ लिए रिमांड पर भेज दिया है. अब EOW की टीम ने इनसे पूछताछ करेगी.

जानकारी के मुताबिक आरोपी मोइनुद्दीन क़ुरैशी पिता शेख समशुद्दीन क़ुरैशी उम्र 47 वर्ष को रायपुर के पचपेड़ी नाका से गिरफ्तार किया गया है. परेख कुमार कुर्रे पिता दिलीप कुमार कुर्रे को मुंगेली से गिरफ्तार किया गया. राहुल सिंह पिता राम एकबाल सिंह बिहार से गिरफ्तार किया गया. आरोपी रोशन कुमार सिंह पिता गणेश कुमार सिंह ज़िला औरंगाबाद से गिरफ़्तार किया गया. वीरेंद्र जायसवाल पिता शंकर जयसवाल को कोरबा से गिरफ्तार किया गया.

ईओडब्ल्यू ने आरोपियो को विशेष कोर्ट में पेश कर सभी के खिलाफ कोयला लेवी वसूली के पर्याप्त सबूत दिखाए है. सभी आरोपी शुरू से ही तात्कालिक सरकार में अवैध कोल लेवी की वसूली में सक्रिय रहें हैं. आरोपियों से पूछताछ के बाद अन्य बड़े नामों के खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.

बता दें कि कोयला घोटाले से जुड़े मामले में ईडी और ईओडब्ल्यू ने अबतक 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर 200 करोड़ से अधिक के स्कैम का पर्दाफ़ाश किया है. इस पूरे मामले पर अब तक जांच चल रही है. जांच एजेंसियो ने गिरफ्तार आरोपियों की सैकड़ों करोड़ की संपत्ति को अटैच कर दी है.