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मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ क्रिकेट प्रीमियर लीग सीजन 2 के समापन समारोह में हुए शामिल

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ShivJun 15, 20252 min read

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज यहां नवा रायपुर के…

थाना प्रभारी सहित पुलिसकर्मियों के हुए तबादले, देखिये किसे कहां भेजा गया

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ShivJun 15, 20251 min read

दुर्ग। जिले में प्रशासनिक कारणों से शनिवार को पुलिस अधीक्षक…

‘समर्थ -2025′ CA स्टूडेंट्स नेशनल कांफ्रेंस का सफल आयोजन सम्पन्न

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ShivJun 15, 20252 min read

रायपुर।  पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, रायपुर हो रहे इस राष्ट्रीय…

डुंडा स्थित आवासीय कॉलोनी में रहवासियों द्वारा किया गया शराब दुकान का विरोध

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ShivJun 15, 20251 min read

रायपुर। डुंडा पाम मिडास के बाजू फ्रेंड्स क्लब कॉलोनी के…

ग्रामीणों से भरी पिकअप पलटी, दुर्घटना में 2 महिला 1 पुरूष की मौत, 12 से अधिक गंभीर रूप से घायल

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ShivJun 15, 20252 min read

कोंडागांव।   कोंडागांव जिला में एक पिकअप वाहन के पलटने से…

June 16, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

फोर्स को मशीन की तरह उपयोग वाले कांग्रेस के आरोप पर CM साय का बड़ा बयान, कहा – नक्सलवाद को बढ़ावा देने वाली कांग्रेस को ये कहने का कोई अधिकार नहीं

रायपुर।   बस्तर में फोर्स को मशीन की तरह उपयोग करने वाले कांग्रेस के आरोप पर सीएम विष्णुदेव साय ने बड़ा बयान दिया है. सीएम ने कहा, नक्सलवाद को बढ़ावा देने वाली कांग्रेस के मुंह से ये शोभा नहीं देता. शांति वार्ता के सारे रास्ते सरकार ने खोले हैं. अलग से निमंत्रण की आवश्यकता नहीं है.

सीएम साय ने कहा, आत्मसमर्पित नक्सलियों की स्केलिंग करा रहे, आवास दे रहे. कल 2500 लोगों को पीएम आवास की किश्त भेजने का काम किए हैं. नक्सलवाद को बढ़ावा देने वाली कांग्रेस को ये कहने का कोई अधिकार नहीं है, उनके मुंह से ये शोभा नहीं देता.

बता दें कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने मीडिया से चर्चा के दौरान शांति वार्ता के लिए नक्सलियों के पत्र को सही बताया था. उन्होंने कहा था कि अगर नक्सली शांति वार्ता चाहते हैं तो सरकार को संवाद करना चाहिए. वहीं सरकार पर बस्तर फोर्स को मशीन की तरह उपयोग करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि नक्सल ऑपरेशन ठीक है, लेकिन क्या जवानों से उनकी परिस्थिति पूछी गई है?

दीपक बैज ने कहा कि बस्तर में आदिवासी ही नक्सल मोर्चे पर लड़ाई लड़ते हैं. बाक़ी नेता-मंत्रियों से सेटिंग कर मैदानी क्षेत्र में मलाई खाते हैं. बस्तर के जवान मलेरिया, डायरिया, लू जैसे बीमारियों से ग्रसित हैं. क्या सरकार उन्हें नक्सल लड़ाई के लिए अतिरिक्त भत्ता देती है? नक्सली संवाद करना चाहते है तो सरकार को विचार करना चाहिए. जवानों का रेस्ट जरूरी है.