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छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का नया रोस्टर जारी, 9 जून से होगा लागू

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का नया रोस्टर जारी, 9 जून से होगा लागू

ShivMay 14, 20251 min read

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का नया रोस्टर जारी किया गया है,…

May 15, 2025

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नक्सल मुठभेड़ में सुरक्षा बलों की सफलता को लेकर सीएम साय ने ट्वीट कर दी बधाई, कहा- नक्सलवाद के खात्मे तक जारी रहेगी लड़ाई…

रायपुर।    छत्तीसगढ़ में एक बार फिर सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है. जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 9 नक्सली मारे गए हैं. वहीं भारी मात्री में SLR/.303 Rifle/315 Bore Rifle हथियार सहित नक्सल सामग्री बरामद की गई है. नक्सलवाद के खिलाफ इस सफलता को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने अपने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर सुरक्षा बलों को बधाई दी है.

सीएम साय ने अपने ट्वीट पर लिखा कि दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में डीआरजी और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में अब तक 09 नक्सलियों के मारे जाने की खबर आ रही है. इसके साथ ही बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों द्वारा 13 सक्रीय माओवादियों को गिरफ्तार किए जाने की भी खबर प्राप्त हुई है. निश्चित ही यह सुरक्षाबल के जवानों के लिए बड़ी सफलता है. मैं इस अभियान में शामिल सभी सुरक्षा अधिकारियों, जवानों की बहादुरी को सलाम करता हूं और बधाई देता हूं. नक्सलवाद के खात्मे तक हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी.

जानकारी के अनुसार, डीआरजी और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी गश्त सर्च पर निकली थी. दंतेवाड़ा एवं बीजापुर सीमावर्ती क्षेत्र पर पश्चिम बस्तर डिवीजन के माओवादियों की उपस्थिति की सूचना प्राप्त होने पर सर्चिंग अभियान पर संयुक्त पुलिस पार्टी गई थी. सर्चिंग के दौरान आज सुबह 10:30 बजे से लगातार पुलिस पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है. अभी तक सर्च अभियान में 9 वर्दीधारी और हथियार बंद नक्सलियों के शव की बरामदगी हुई है.

केंद्रीय गृहमंत्री ने दी थी चेतावनी

बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हाल ही में छत्तीसगढ़ दौरे पर आए हुए थे. इस दौरान मंत्री शाह ने 7 राज्यों के अफसरों के साथ बैठक की थी, जिसमें नक्सलियों के खात्मे की रणनीति बनाई गई. अमित शाह ने नक्सलियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि नक्सली अपना रास्ता बदल दे नहीं तो अंतिम प्रहार होगा. इसके बाद अब नक्सली बौखला गए हैं. वहीं दूसरी ओर कई नक्सली लाल आतंक को छोड़ने के लिए मजबूर हुए हैं.