Special Story

भारतमाला घोटाला: अधिग्रहित भूमि को लेकर नए सिरे से दावा-आपत्ति

भारतमाला घोटाला: अधिग्रहित भूमि को लेकर नए सिरे से दावा-आपत्ति

ShivJun 7, 20252 min read

रायपुर।  भारतमाला परियोजना के अंतर्गत रायपुर-विशाखापट्नम प्रस्तावित इकॉनामिक कॉरिडोर में…

सुपारी फैक्ट्री में छापेमारी, डेढ़ करोड़ का माल जब्त

सुपारी फैक्ट्री में छापेमारी, डेढ़ करोड़ का माल जब्त

ShivJun 7, 20251 min read

दुर्ग। जिले में हो रहे अवैध कारोबार पर नकेल कसने…

परीक्षा ड्यूटी में लापरवाही पर की गई कार्रवाई, SP ने आरक्षक को किया निलंबित

परीक्षा ड्यूटी में लापरवाही पर की गई कार्रवाई, SP ने आरक्षक को किया निलंबित

ShivJun 7, 20252 min read

जांजगीर-चांपा। जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है जहां…

भांजे ने की मामा की हत्या करने की कोशिश, चाकू मारकर फरार

भांजे ने की मामा की हत्या करने की कोशिश, चाकू मारकर फरार

ShivJun 7, 20251 min read

भिलाई। छत्तीसगढ़ में चाकूबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं…

June 7, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

निकाय चुनाव : प्रत्याशी चयन में परिवारवाद का आरोप, भाजयुमो जिला मंत्री ने भाजपा जिलाध्यक्ष को लिखा पत्र…

अभनपुर। अभनपुर नगर पालिका में भाजपा ने अध्यक्ष पद के लिए शिव नारायण बघेल को उम्मीदवार घोषित किया है, जिसके बाद से अनेक भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है. भाजयुमो रायपुर ग्रामीण जिला मंत्री लौटन गिलहरे ने परिवारवाद का आरोप लगाते हुए प्रत्याशी चयन में पुनर्विचार करने की मांग की है. 

लौटन गिलहरे ने इस संबंध में भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम कुमार नारंग को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने अभनपुर नगर पालिका में वार्ड पार्षद और पालिका अध्यक्ष प्रत्याशी चयन में परिवारवाद का आरोप लगाया है.

लौटन ने अपने ज्ञापन में बताया कि अध्यक्ष प्रत्याशी शिव नारायण बघेल के बेटे धनंजय बघेल को पालिका के वार्ड क्र. 11 में पार्षद प्रत्याशी बनाया गया है, वहीं शिव नारायण के भतीजे कुंदन बघेल वार्ड नं. 12 से और रवि बघेल को वार्ड नं. 5 से प्रत्याशी घोषित किया गया है.

लौटन ने कहा कि एक ही परिवार के 4 लोगों को प्रत्याशी घोषित कर पार्टी ने अन्य दावेदारों के साथ धोखा किया है. उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव से मुलाकात कर प्रत्याशी चयन में पुनर्विचार करने की मांग किया है.

पिछले 15 सालों से भाजपा में सक्रिय सदस्य के रूप में काम कर रहे लौटन गिलहरे के पत्र को प्रत्याशी चयन को लेकर न केवल उसके बल्कि अनेक कार्यकर्ताओं की नाराजगी के तौर देखा जा रहा है.