Special Story

वन्य जीवों से किसानों की फसल हानि रोकने के लिए करें सभी उपाय – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

वन्य जीवों से किसानों की फसल हानि रोकने के लिए करें सभी उपाय – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 13, 20254 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश…

वन्य जीवों के संरक्षण के लिए राज्य सरकार संकल्पित – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

वन्य जीवों के संरक्षण के लिए राज्य सरकार संकल्पित – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 13, 20254 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है मध्यप्रदेश में वन्य…

बेरंग रहेगा बर्खास्त सहायक शिक्षकों की होली, समायोजन की मांग को लेकर धरना जारी

बेरंग रहेगा बर्खास्त सहायक शिक्षकों की होली, समायोजन की मांग को लेकर धरना जारी

ShivMar 13, 20253 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ बर्खास्त सहायक शिक्षकों की होली इस बार बेरंग…

March 14, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भूमकाल दिवस पर अमर शहीद गुंडाधुर को किया नमन

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भूमकाल स्मृति दिवस के अवसर पर आदिवासी जननायक अमर शहीद गुंडाधुर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन के अधिकारों की रक्षा के लिए अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध क्रांति का शंखनाद करने वाले गुंडाधुर का बलिदान इतिहास के पन्नों में सदा अमर रहेगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 10 फरवरी 1910 को बस्तर के वीर आदिवासियों ने अंग्रेजों के अन्याय और शोषण के खिलाफ भूमकाल विद्रोह का बिगुल फूंका था। इस आंदोलन में आदिवासी जननायकों ने अपने प्राणों की आहुति देकर स्वतंत्रता और स्वाभिमान की रक्षा की। अमर शहीद गुंडाधुर के नेतृत्व में हुए इस संघर्ष में सीमित संसाधनों के बावजूद बस्तर के रणबांकुरों ने अंग्रेजी शासन की दमनकारी नीतियों को चुनौती दी।

श्री साय ने कहा कि भूमकाल विद्रोह न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि संपूर्ण देश के स्वाधीनता संग्राम का एक स्वर्णिम अध्याय है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अमर शहीद गुंडाधुर आदिवासी चेतना और स्वाभिमान के प्रतीक हैं। उनकी संघर्षगाथा हमें अत्याचार, शोषण और अन्याय के विरुद्ध अडिग रहने की प्रेरणा देती है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर संकल्प व्यक्त किया कि गुंडाधुर द्वारा जगाई गई स्वाभिमान और आत्मसम्मान की ज्योति सदैव प्रज्ज्वलित रहेगी और उनकी स्मृति में मनाया जाने वाला भूमकाल दिवस हमें सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करने की शक्ति देता रहेगा।