Special Story

उपजेल में बंद कैदी की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

उपजेल में बंद कैदी की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

ShivJun 13, 20253 min read

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले स्थित उप जेल में बंद…

तहसीलदार संजय राठौर ने महिला को मृत बताकर जमीन का किया नामांतरण, कमिश्नर ने किया निलंबित…

तहसीलदार संजय राठौर ने महिला को मृत बताकर जमीन का किया नामांतरण, कमिश्नर ने किया निलंबित…

ShivJun 13, 20252 min read

सूरजपुर। सूरजपुर जिले के भैयाथान तहसील में पदस्थ तहसीलदार संजय…

हनीट्रैप में युवक को फंसाकर मांगी 17 लाख की फिरौती, 2 गिरफ़्तार

हनीट्रैप में युवक को फंसाकर मांगी 17 लाख की फिरौती, 2 गिरफ़्तार

ShivJun 13, 20253 min read

जांजगीर-चांपा। ज़िले में एक सनसनीखेज हनी ट्रैप और फिरौती मांगने…

June 14, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आईटीएसए अस्पताल का किया शुभारंभ, छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं को मिलेगी नई ऊँचाई

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राजधानी रायपुर में अंबुजा मॉल के सामने स्थित ISTA मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल का भव्य उद्घाटन किया. ISTA Multispeciality Hospital मध्य-भारत का पहला Hi-tech अस्पताल है, जहां ऐसी कई सुविधाओं की शुरुआत की गई है जो प्रदेश के ही नहीं बल्कि देश भर के लोगों के लिए वरदान की तरह साबित होगा. इसके साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ का नाम अब अग्रिम पंक्ति में लिया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने जताया भरोसा

इस अवसर पर सीएम साय ने अस्पताल परिसर का भ्रमण किया, डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ से बातचीत की और उपलब्ध चिकित्सा सेवाओं का जायजा लिया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “350 बिस्तरों वाला यह मल्टीस्पेशलिटी, पीडियाट्रिक और वेलनेस सेंटर रायपुर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं देगा.”

उन्होंने आगे बताया कि राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में निरंतर सुधार किया जा रहा है. नवा रायपुर अटल नगर में 5,000 बिस्तरों वाला मेडिसिटी प्रोजेक्ट विकसित किया जा रहा है, जो भविष्य में एक प्रमुख मेडिकल हब बनेगा.

विधानसभा अध्यक्ष से लेकर मंत्रीगण रहे मौजूद

ISTA अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में कई प्रमुख राजनेता और अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं अरुण साव, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, विधायक राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा और CGMSC अध्यक्ष दीपक महस्के मौजूद रहे.

“विश्वास, सुविधा और सेवा” का प्रतीक है ISTA – निदेशक मंडल

ISTA Hospitals के निदेशक सुनील बालानी, डॉ. राजकुमार बरनवाल, डॉ. सचिन पिटलावार और विनिता बालानी ने अस्पताल को “विश्वास, सुविधा और सेवा” का प्रतीक बताया. उनका कहना है कि यह अस्पताल प्रदेश की चिकित्सा छवि को नई ऊंचाई देगा.

तीन प्रमुख खंडों में विभाजित अस्पताल

अस्पताल को तीन अलग-अलग खंडों में विभाजित किया गया है:

1. नवजात एवं शिशु चिकित्सा खंड (175 बेड)

यहाँ बच्चों और नवजातों के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उपलब्ध है, जो जन्मजात रोगों से लेकर जटिल चिकित्सा समस्याओं तक का इलाज करेगी.

2. वयस्क चिकित्सा खंड (175 बेड)

इस खंड में कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, गैस्ट्रो और कैंसर जैसी बीमारियों का इलाज किया जाएगा.

3. वेलनेस सेंटर

यहाँ नियमित हेल्थ चेकअप, रोबोटिक रिहैबिलिटेशन, और फिजियोथेरेपी जैसी सेवाएं प्रदान की जाएंगी.

Hi- Technology और मानवीय सेवा का संगम

1. NICU: 500 ग्राम तक के नवजातों के लिए जीवन रक्षक सुविधा

ISTA अस्पताल में 90-बेड का NICU स्थापित किया गया है, जो मध्य भारत का सबसे बड़ा NICU है. यहां INO टेक्नोलॉजी आधारित उपकरण लगाए गए हैं, जिनकी मदद से 500 ग्राम वजन तक के नवजातों को भी बचाया जा सकता है. यह सुविधा भारत में केवल 4 स्थानों पर है. यह मध्य भारत का पहला और एक मात्र HI-Tech अस्पताल है, जो रायपुर में है.

2. मध्य भारत का पहला रोबोटिक रिहैब सेंटर

पैरालिसिस, हार्ट सर्जरी और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के बाद मरीजों की तेज़ रिकवरी के लिए रोबोटिक रिहैब की सुविधा शुरू की गई है.

3. दुनिया का सबसे एडवांस माइक्रोस्कोप – Carl Zeiss

ISTA अस्पताल में ब्रेन ट्यूमर जैसी जटिल सर्जरी के लिए Carl Zeiss का स्टेट ऑफ द आर्ट माइक्रोस्कोप लगाया गया है, जिससे न्यूरो सर्जरी आसान और अधिक प्रभावी बनती है.

4. लकवा मरीजों के लिए अलग यूनिट

लकवे के मरीजों को यदि 4 से 6 घंटे के भीतर अस्पताल लाया जाए तो उन्हें पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है. इसके लिए विशेष यूनिट विकसित की गई है.

5. स्पीच थेरेपी, ऑटिस्टिक केयर और न्यूरो साइकोलॉजी यूनिट

मानसिक और व्यवहारिक चिकित्सा के लिए अलग से प्रशिक्षित विशेषज्ञों की टीम उपलब्ध है.

मरीजों और परिजनों के लिए विशेष सुविधा

अस्पताल प्रशासन ने मरीजों के परिजनों के आराम का भी पूरा ध्यान रखा है. ICU मरीजों के परिजनों के लिए 108 रिक्लाइनर चेयर-कम-बेड लगाए गए हैं, जहां वे आराम कर सकते हैं. इसके अलावा:

  • आईसीयू एंबुलेंस सेवा
  • आयुष्मान योजना के तहत पूर्ण कैशलेस इलाज
  • वाइटल्स मॉनिटरिंग के लिए मोबाइल ऐप सुविधा.