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सड़क की मरम्मत में PWD ने खर्च किए 50 लाख रुपए, फिर भी प्री मानसून में ही दोबारा दिखने लगे बड़े-बड़े गड्डे

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ShivMay 31, 20252 min read

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ का देवभोग-साहसखोल मार्ग एक बार फिर जर्जर हालत…

मूसलाधार बारिश से राजधानी के कई हिस्सों में जल-भराव

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ShivMay 31, 20252 min read

रायपुर।   आज सुबह से हो रही झमाझम बारिश और तेज…

पीडीएस राशन में 11 लाख का घोटाला नोटिस का जवाब नहीं, अब FIR की तैयारी

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ShivMay 31, 20252 min read

रायपुर/बिलासपुर। वार्ड कमांक 42 के अंतर्गत दुकान आई.डी.क. 401001134 से…

निलंबित IAS रानू साहू, समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया जेल से रिहा, छत्तीसगढ़ से रहेंगे बाहर

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ShivMay 31, 20254 min read

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित डीएमएफ और कोयला घोटाले में फंसे…

गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व : बाघिन ने दो नन्हें शावकों को दिया जन्म, वन विभाग ने बढ़ाई निगरानी

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ShivMay 31, 20252 min read

कोरिया। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघ शावकों के…

May 31, 2025

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जो कहेंगे सच कहेंगे

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा के पदभार ग्रहण समारोह में हुए शामिल

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के नव नियुक्त अध्यक्ष रामसेवक पैकरा के पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और श्री पैकरा को नई जिम्मेदारी के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी उपस्थित थे और उन्होंने श्री पैकरा को नए दायित्व की बधाई दी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि रामसेवक पैकरा वरिष्ठ राजनेता हैं और सामाजिक जीवन का उन्हें लंबा अनुभव है। उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया है। वे हमेशा से आदिवासी और वनवासी समुदायों के प्रति संवेदनशीलता और धरातल से जुड़कर कार्य करने के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में उन्हें वन विकास निगम की बड़ी जिम्मेदारी मिलने से जनजातीय समाज को इसका लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की लगभग 44 प्रतिशत भूमि वन क्षेत्र से आच्छादित है, जो न केवल जैव विविधता और पर्यावरण के लिए बल्कि आदिवासी संस्कृति और आजीविका के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने वनवासी समुदायों के हित में सरकार द्वारा की जा रही पहल का उल्लेख करते हुए बताया कि तेंदूपत्ता संग्राहकों के पारिश्रमिक को 4,000 रुपये से बढ़ाकर 5,500 रुपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष लगभग 4 करोड़ पौधों के रोपण एवं वितरण का लक्ष्य रखा गया है, वहीं बिगड़े वनों के सुधार हेतु 310 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘एक पेड़ माँ के नाम’ योजना का जिक्र करते हुए बताया कि राज्य में अब तक 3 करोड़ 50 लाख से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं।

इस अवसर पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े, विधायक पुरंदर मिश्रा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल सहित विभिन्न मंडल आयोगों के अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम एवं वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारीगण तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।