Special Story

भारतीय सेना पर देश और दुनिया को है गर्व : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भारतीय सेना पर देश और दुनिया को है गर्व : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivJan 19, 20253 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि पूरे देश…

सभी के लिए प्रेरणादायी है मन की बात कार्यक्रम : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

सभी के लिए प्रेरणादायी है मन की बात कार्यक्रम : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivJan 19, 20253 min read

भोपाल।   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम की…

पगड़ी की जगह हेलमेट पहनकर निकले पांच दिव्यांग दूल्हे, बाराती बनी पुलिस

पगड़ी की जगह हेलमेट पहनकर निकले पांच दिव्यांग दूल्हे, बाराती बनी पुलिस

ShivJan 19, 20251 min read

धमतरी। धमतरी जिले में आज एक अनोखी शादी का आयोजन किया…

महाकुंभ मेला क्षेत्र में लगी भयानक आग, फटे सिलेंडर, कई टेंट जलकर हुए खाक

महाकुंभ मेला क्षेत्र में लगी भयानक आग, फटे सिलेंडर, कई टेंट जलकर हुए खाक

ShivJan 19, 20252 min read

प्रयागराज।  महाकुंभ मेला क्षेत्र के शास्त्री ब्रिज सेक्टर-19 कैंप में…

January 19, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मुख्यमंत्री साय ने जशपुर जिले में चल रहे वृहत वृक्षारोपण अभियान के तहत् महतारी वंदन हितग्राही को सौंपा पौधा

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान के तहत जशपुर जिले में चल रहे वृहत पौध वितरण अभियान का 2 लाखवां पौधा आज बंदरचुंआ की महतारी वंदन योजना की हितग्राही नीलम टोप्पो को सौंपा। गौरतलब है कि जशपुर जिले में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वृहत वृक्षारोपण के लिए महतारी वंदन योजना की हितग्राहियों को निःशुल्क पौधा वितरण किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीते विगत् माह 14 जुलाई को दुलदुला से की थी। मुख्यमंत्री श्री साय ने ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान के तहत जशपुर जिले में चल रहे वृहत पौध वितरण अभियान के हितग्राहियों को प्रमाण पत्र भी वितरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी कौशल्या साय उपस्थित रही।

श्रीमती टोप्पो ने बताया कि वह अपने घर के आंगन में अपनी सासु मां के नाम से यह आम का पौधा लगाएंगी। महतारी वंदन योजना को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें हर माह 1 हजार की राशि मिल रही है। पिछले माह मिली राशि से उन्होंने अपने बेटे ईशांत टोप्पो के लिए कॉपी, स्कूल बैग और पाठ्य सामग्री खरीद कर दिया, वह कक्षा 6 वीं का छात्र है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि मैं अपने स्वयं की राशि से यह पहली बार है जब अपने बच्चे को स्कूल के लिए कुछ खरीद कर दिलवायी हूं। यह महतारी वंदन से मिली राशि से ही संभव हुआ है। महतारी वंदन की राशि का उपयोग मैं अपने दैनिक उपयोग की सामग्री क्रय करने पर व्यय करती हूं साथ ही कुछ राशि को भविष्य के लिए बचत करके रखती हूं ताकि आपात स्थिति में उस राशि का उपयोग किया जा सके।