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PCC चीफ बैज ने बढ़ते अपराध पर सरकार को घेरा, रायपुर दक्षिण उपचुनाव पर बोले – हार की करेंगे समीक्षा

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ShivNov 25, 20241 min read

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था पर सियासत फिर गरमा गई…

भिलाई में पशु क्रूरता का मामला : कार चालक ने डॉग पर चढ़ाई गाड़ी, FIR दर्ज

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ShivNov 25, 20242 min read

दुर्ग।     भिलाई में पशु क्रूरता का मामला सामने आया…

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने वृद्धाश्रम में मनाया जन्मदिन

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ShivNov 25, 20242 min read

रायपुर।     उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज अपने जन्मदिन…

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में  कैबिनेट बैठक कल

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ShivNov 25, 20241 min read

रायपुर।     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में मंगलवार…

मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने धान खरीदी केंद्रों का किया निरीक्षण

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ShivNov 25, 20241 min read

मनेंद्रगढ़।     प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और मनेंद्रगढ़ के स्थानीय…

November 25, 2024

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मुख्यमंत्री साय ने सिकलसेल से जूझ रहे आयुष और आयुषि की सहायता के लिए बढ़ाया हाथ

रायपुर।    सिकल सेल की गंभीर बीमारी से जूझ रहे दो मासूम बच्चों को बीमारी से राहत दिलाने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पहल की है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की चिरायु शाखा पीड़ित बच्चों के स्वास्थ्य की जांच में जुटी है। जिले के कांसाबेल तहसील के खूंटीटोली की निवासी दुर्गावती चौहान अपने दोनों बच्चे आयुष चौहान 5 वर्ष और आरूषि चौहान 2 वर्ष को लेकर बगिया स्थित सीएम कैम्प पहुंची थी। यहां उन्होनें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को बताया कि उनके दोनों बच्चे सिकलसेल से पीड़ित हैं। उन्हें लगातार दवा और रक्त की जरूरत पड़ती है। लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से, इलाज में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सीएम साय ने दुर्गावती की परेशानी को गंभीरता से लेते हुए,सीएमएचओ डॉ. आर.एस. पैंकरा को पीड़ित बच्चों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिए है।

चिरायु के नोडल अधिकारी डॉ. अरविन्द रात्रे ने बताया कि सिकलसेल जन्म से होने वाली अनुवांशिक बीमारी है। उन्होनें बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश का पालन करते हुए सिकलीन पीड़ित दोनों बच्चों को सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराया जा रहा हैं। रोग विशेषज्ञ चिकित्सक की सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।

सिकलसेल उन्मूलन अभियान जोरों पर:-

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिकलसेल मुक्त भारत बनाने के लिए केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के अंर्तगत जिले में सिकलसेल की जांच की जा रही है। उन्होनें बताया कि सिकलसेल से जूझ रहे मरीजों को प्राथमिक राशन कार्ड, दिव्यांग प्रमाण पत्र उपलब्ध करा, सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। बच्चों को रक्त की जरूरत होगी तो उन्हें तत्काल उपलब्ध कराया जाएगा।