Special Story

6वीं मंजिल से कूदकर युवती ने की आत्महत्या

6वीं मंजिल से कूदकर युवती ने की आत्महत्या

ShivJun 4, 20251 min read

रायपुर। राजधानी रायपुर से आत्महत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने…

अन्नदाताओं का अर्धनग्न प्रदर्शन: घुटनों के बल SDM कार्यालय पहुंचे किसान, समर्थन मूल्य पर जल्द मूंग खरीदी की मांग

अन्नदाताओं का अर्धनग्न प्रदर्शन: घुटनों के बल SDM कार्यालय पहुंचे किसान, समर्थन मूल्य पर जल्द मूंग खरीदी की मांग

ShivJun 4, 20251 min read

नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में किसानों ने अनोखा प्रदर्शन किया।…

16 जिलों में युक्तियुक्तकरण के लिए शिक्षकों की काउंसिलिंग प्रक्रिया पूर्ण

16 जिलों में युक्तियुक्तकरण के लिए शिक्षकों की काउंसिलिंग प्रक्रिया पूर्ण

ShivJun 4, 20253 min read

रायपुर।  राज्य शासन के दिशा निर्देशानुसार राज्य के 16 जिलों…

बड़वानी में वन्यजीवों के हमले से 6 की मौत: BJP सांसद-जिला अध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात

बड़वानी में वन्यजीवों के हमले से 6 की मौत: BJP सांसद-जिला अध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात

ShivJun 4, 20251 min read

बड़वानी। मध्य प्रदेश के बड़वानी में वन्यजीव का आतंक जारी है।…

June 4, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्री चामुण्डा धाम में की पूजा अर्चना

उज्जैन।      मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन की बड़नगर  तहसील के ग्राम गजनीखेड़ी स्थित श्री चामुण्डा धाम मन्दिर में पूजा अर्चना कर देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य  एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी, सांसद अनिल फिरोजिया और विधायक जितेन्द्र पंडयाने भी पूजा की। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष, सरपंच,  पुजारी ईश्वरगिरी गोस्वामी सहित जन-प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

पुजारी ईश्वरगिरी गोस्वामी ने बताया कि गजनीखेड़ी में यहां चंड-मुंड का संहार करने वाली मां चामुंडा का ऐतिहासिक भव्य मंदिर है। वर्तमान में यह मंदिर पुरातत्व विभाग के अधीन है। माना जाता है कि यहां माता की प्रतिमा दिन में तीन रूप धारण करती है। यह छठी या सातवीं शताब्दी का गुप्तकालीन मंदिर है, गर्भ गृह की प्रमुख मूर्ति चामुंडा माता की है। बाजू में स्कंद माता और प्रति स्कंद माता की मूर्ति है। दूसरी तरफ दुर्लभ शेषशायी गणेशजी की मूर्ति है। प्रसिद्ध पुरातत्वविद वी.एस. वाकणकर के अनुसार यह अत्यंत दुर्लभ मूर्ति है। इस प्रकार की दूसरी मूर्ति काठमांडू (नेपाल) में है। मंडप के दाहिनी ओर बाह्य भित्ति पर 11वीं सदी की पांच पंक्ति का नागरी लिपि में एक लेख उत्कीर्ण है। मंदिर के आंगन में दो छतरियां एवं एक कुंड स्थित है। यह स्थान निमाड़ सहित इंदौर क्षेत्र के अरझरे और लाड़ परिवार की कुलदेवी का स्थान माना जाता है।शारदीय नवरात्र में हजारों यात्री निमाड़ क्षेत्र से यहां आते है और तीन दिन तक रुककर पूजन-अर्चन करते हैं।