मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने छात्र-छात्राओं से आत्मीयता के साथ किया संवाद
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने चित्रकूट में अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान दीनदयाल शोध संस्थान के रामनाथ आश्रम शाला चित्रकूट में अध्ययनरत वनवासी छात्र-छात्राओं से स्नेहपूर्ण वातावरण में आत्मीयता संवाद किया। साथ ही विद्यालयीन छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किये गये लोकनृत्य एवं बुन्देलखण्डी दिवारी नृत्य का साथ आनंद लिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने छात्रों द्वारा प्रस्तुत किये गये दिवारी नृत्य में सहभागिता निभाते हुए बच्चों के साथ लाठी चलाने की कला का प्रदर्शन भी किया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी सीमा यादव भी कार्यक्रम में उपस्थित थी। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारत रत्न नानाजी देशमुख के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में “वोकल फॉर लोकल” को प्रोत्साहन देने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर दीपावली के लिए (दीया-बाती, श्रंगार एवं अन्य) सामग्री तैयार कर बाजार में बेचने वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाये। मुख्यमंत्री ने वनवासी छात्रावास के छात्र-छात्राओं से परिचय प्राप्त कर उनके भविष्य के सपनों के बारे में जानकारी भी ली। मुख्यमंत्री ने कक्षा 7वीं के चौरई निवासी सुमित सिंह से पूछा कि आपके कितने भाई-बहन है और क्या बनोगे। सुमित ने बताया कि हम डॉक्टर बनेंगे, कक्षा दूसरी की छात्रा कु. सोनाली से मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या बनोगी, तो उसने बताया कि डाक्टर बनूंगी। बरूआ निवासी कक्षा 5वीं की छात्रा सलोनी से माता-पिता का नाम पूछा और आप कितने भाई-बहन हों और भविष्य में क्या बनोगी तो उसने बताया कि मैं टीचर बनूंगी। इसी प्रकार कक्षा 10वीं के छात्र जो ग्राम बरूआ निवासी से पूछा कि कितने वर्ष से इस स्कूल में पढ़ रहे हो, तो उसने बताया कि 10 वर्ष से इस स्कूल में पढ रहा हूं। मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या बनना चाहते हों तो उसने बताया कि हम इंजीनियर बनना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने पूछा कि इंजीनियर क्यों बनना चाहते हों तो छात्र ने बताया कि देश की सेवा करने तथा गांव का विकास करने के लिए इंजीनियर बनना चाहता हूं। यह सुनकर मुख्यमंत्री ने सभी छात्र-छात्राओं की दिल से भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझे इस आश्रम विद्यालय में आकर बहुत अच्छा लगा। छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत समूह गान, लोक नृत्य तथा बुन्देलखण्डी दिवारी नृत्य प्रस्तुत करने वाले छात्र-छात्राओं से बेहद प्रसन्न होकर विद्यालय में अध्ययनरत सभी 180 छात्र-छात्राओं को दीपावली के उपलक्ष्य में एक-एक हजार रूपये तक का उपहार देने के लिए दीनदयाल शोध संस्थान की आश्रम शाला के प्रबंधन को निर्देशित किया। आश्रम शाला के प्राचार्य से विद्यालय में किस चीज की आवश्यकता के वस्तुओं की जानकारी मुख्यमंत्री ने ली। विद्यालय के प्राचार्य संतराम यादव ने बताया कि छात्र-छात्राओं के लिए बर्तन एवं रजाई-गद्दों की आवश्यकता है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी आवश्यकताओं की सूची बनाकर अनुमानित व्यय का एस्टीमेट बनाकर दे। विद्यालय की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति की जायेगी। मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं से कहा कि खाने में क्या पसंद है तो छात्र-छात्राओं ने कहा कि लड्डू-मिठाई पसंद है इस पर मुख्यमंत्री ने कलेक्टर अनुराग वर्मा को बुलाकर कहा कि रविवार को आश्रम शाला में अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं को लड्डू-मिठाई बंटवाना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर पशुपालन एवं डेयरी विभाग राज्यमंत्री लखन पटेल, नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, सांसद गणेश सिंह, विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार, महंत रामजी दास महाराज, डॉ. अमरजीत सिंह, प्रो. अभय महाजन, पूर्व महापौर ममता पाण्डेय, आईजी एमएस सिकरवार, कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण कमलेश्वर सिंह सहित आश्रम षाला की छात्र-छात्रायें एवं शिक्षक-शिक्षिकायें गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।