Special Story

सेंट्रल जेल की 22 फीट ऊंची दीवार कूदकर फरार हुआ कैदी, सरकंडा से देर रात फिर दबोचा गया

सेंट्रल जेल की 22 फीट ऊंची दीवार कूदकर फरार हुआ कैदी, सरकंडा से देर रात फिर दबोचा गया

ShivJun 9, 20251 min read

बिलासपुर। न्यायधानी बिलासपुर के सेंट्रल जेल में सुरक्षा व्यवस्था की…

गृहमंत्री विजय शर्मा ने ASP सुकमा आकाश राव गिरिपुंजे की शहादत पर किया नमन

गृहमंत्री विजय शर्मा ने ASP सुकमा आकाश राव गिरिपुंजे की शहादत पर किया नमन

ShivJun 9, 20251 min read

सुकमा। गृहमंत्री विजय शर्मा ने ASP सुकमा आकाश राव गिरिपुंजे…

मंत्री ओपी चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी को 11 सालों की शानदार उपलब्धि पर दी बधाई

मंत्री ओपी चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी को 11 सालों की शानदार उपलब्धि पर दी बधाई

ShivJun 9, 20251 min read

रायपुर। वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने पीएम मोदी 11 सालों की…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ASP सुकमा आकाश राव गिरिपुंजे की शहादत पर किया नमन

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ASP सुकमा आकाश राव गिरिपुंजे की शहादत पर किया नमन

ShivJun 9, 20251 min read

रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुकमा जिले के कोंटा…

June 9, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

जनजातीय संस्कृति में लोकतांत्रिक चेतना को प्रदर्शित करती हुई छत्तीसगढ़ की झांकी रही आकर्षण का केंद्र

रायपुर। नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल छत्तीसगढ़ की झांकी “बस्तर की आदिम जनसंसद : मुरिया दरबार” ने दर्शकों का मन मोह लिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के अनेक शीर्षस्थ लोग, विशिष्ट अतिथिगण तथा आम-नागरिक दर्शक-दीर्घा में उपस्थिति थे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि थे।

प्रदेश की इस झांकी के विषय चयन एवं प्रस्तुतिकरण के लिए राज्य शासन ने जनसंपर्क विभाग को जिम्मेदारी दी थी। विषयों पर व्यापक शोध एवं अन्वेषण के बाद वरिष्ठ अधिकारियों एवं विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में झांकी को तैयार किया गया था। छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ पर आधारित थी। यह झांकी जनजातीय समाज में आदि-काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और परंपराओं को दर्शाती है, जो आजादी के 75 साल बाद भी राज्य के बस्तर संभाग में जीवंत और प्रचलित है। इस झांकी में केंद्रीय विषय “आदिम जन-संसद” के अंतर्गत जगदलपुर के “मुरिया दरबार” और कोंडागांव जिले के बड़े डोंगर में स्थित “लिमऊ-राजा” को दर्शाया गया था। झांकी के प्रदर्शन के दौरान कर्तव्य पथ पर छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने परब नृत्य भी प्रस्तुत किया।