Special Story

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोगड़ा आश्रम में की पूजा-अर्चना

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोगड़ा आश्रम में की पूजा-अर्चना

ShivFeb 23, 20251 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर में प्रसिद्ध अघोर…

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर समाज को तोड़ने का चल रहा हैं षड्यंत्र

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर समाज को तोड़ने का चल रहा हैं षड्यंत्र

ShivFeb 23, 20255 min read

रायपुर।  कल्चरल मार्क्सवाद स्टडी सर्कल की ओर से रायपुर के…

मतपत्र प्रूफ रीडिंग में लापरवाही पर पटवारी निलंबित, कलेक्टर ने की अनुशासनात्मक कार्रवाई

मतपत्र प्रूफ रीडिंग में लापरवाही पर पटवारी निलंबित, कलेक्टर ने की अनुशासनात्मक कार्रवाई

ShivFeb 23, 20252 min read

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2025 के तहत मतपत्र (बैलेट पेपर)…

February 23, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस: बृजमोहन अग्रवाल ने कहा – “आपने मुझे दिल्ली भेजा है, अब 8वीं अनुसूची में छत्तीसगढ़ी को शामिल कराने की जिम्मेदारी मेरी

रायपुर। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के स्थापना दिवस का 17वां समारोह 14 अगस्त को राजधानी रायपुर में मनाया गया। यह कार्यक्रम रायपुर के घड़ी चौक स्थित महंत राजा घासीदास संग्रहालय के आडिटोरियम में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने की। विधायक पुरंदर मिश्रा और संस्कृति विभाग के सचिव अन्बलगन पी.जी. भी इस अवसर पर विशेष अतिथि थे। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 11 बजे से हुई, जिसमें प्रदेशभर से कवि, इतिहासकार और राजभाषा आयोग से जुड़े लोग उपस्थित हुए।

बता दें कि यह विषेश कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया। दूसरे सत्र में राजभाषा आयोग द्वारा प्रकाशित 14 पुस्तकों का विमोचन सांसद बृजमोहन अग्रवाल के हाथों हुआ। इसके बाद, छत्तीसगढ़ी में पाठ्यक्रम की दिशा और प्रशासकीय कार्यों में छत्तीसगढ़ी के उपयोग पर एक परिचर्चा आयोजित की गई।

छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग की सचिव डॉ. अभिलाषा बेहार ने बताया कि आज 17वें स्थापना दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ी कवि सम्मेलन और पुस्तक विमोचन का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि आयोग लगातार मातृभाषा में शिक्षा देने के लिए संघर्षरत है और छत्तीसगढ़ी को 8वीं अनुसूची में शामिल करने तथा प्रशासनिक कार्यों में लाने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्य अतिथि सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने समारोह पर सभी को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि आयोग का गठन हमारे नेतृत्व में हुआ है और मातृभाषा का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़वासियों को आश्वस्त किया कि जनता ने उन्हें संसद तक भेजा है, इसलिए छत्तीसगढ़ी को 8वीं अनुसूची में शामिल करने की जिम्मेदारी भी उनकी है।