देशभक्ति के रंग में रंगा छत्तीसगढ़, तिरंगा यात्रा में प्रदेशभर में उमड़ा जनसैलाब: मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और मंत्रियों ने किया नेतृत्व

रायपुर। छत्तीसगढ़ में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नागरिक’ कार्यक्रम और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की वीरगाथा को जनमानस से जोड़ने के लिए आज पूरे प्रदेश में भव्य तिरंगा यात्राओं का आयोजन किया गया। यह आयोजन वीर शहीदों को श्रद्धांजलि, भारतीय सेना के साहस को सम्मान और नागरिक एकजुटता का स्पष्ट प्रतीक बन गया।



जशपुर जिले के दुलदुला तहसील के चराईडांड़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में निकली ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा में हजारों नागरिकों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को राष्ट्र की एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत कर राष्ट्रीय संकल्प को जनआंदोलन में बदला।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव और केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने बिलासपुर में मिनी स्टेडियम से तिरंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाई। लखीराम ऑडिटोरियम तक निकली इस यात्रा में सांसद, महापौर, अधिकारी और जनसामान्य की उल्लेखनीय भागीदारी रही।
सुकमा जिले के चिंगावरम में उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा और वनमंत्री केदार कश्यप ने भव्य तिरंगा यात्रा का नेतृत्व किया। इस आयोजन में सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया और स्पष्ट किया कि अब बस्तर आतंक से नहीं, आत्मबल से पहचाना जाएगा।
राजनांदगांव में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह स्वयं ग्राम भर्रेगांव और शहर में आयोजित तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की ताकत का जीवंत उदाहरण है। आम नागरिकों ने भारी संख्या में भाग लेकर सैनिकों को सच्ची श्रद्धांजलि दी।
रायगढ़ जिला मुख्यालय में राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह और लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया के नेतृत्व में निकली यात्रा में हजारों लोगों ने भाग लिया। यह यात्रा शहीदों और पहलगाम हमले की पीड़ित माताओं को सम्मान देने का जनसंकल्प बनी।
कोरबा में उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के नेतृत्व में घंटाघर चौक से निकली यात्रा में महापौर, कलेक्टर और एसपी सहित हजारों लोगों की भागीदारी रही। ‘जय हिंद’, ‘वंदे मातरम’ के नारों ने वातावरण को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया।
महासमुंद जिला मुख्यालय में सांसद रूपकुमारी चौधरी और विधायक योगेश्वर सिन्हा के नेतृत्व में यात्रा गांधी चौक से हाई स्कूल मैदान तक संपन्न हुई। ग्रामीणों, एनसीसी, स्काउट, महिला समूहों की भारी भागीदारी रही।
कवर्धा जिले में गांव-गांव तिरंगा यात्रा निकाली गई, जिसमें सरपंच, शिक्षक, युवा मंडल और आम नागरिकों ने मिलकर सेना के प्रति सम्मान प्रकट किया। यह आयोजन जनजागृति का सशक्त मंच बना।
बालोद जिला मुख्यालय में वल्लभ भाई पटेल मैदान से निकली यात्रा पुष्प वर्षा और भारत माता की जय के नारों से गुंजायमान रही। दल्लीराजहरा, गुण्डरदेही, अर्जुंदा जैसे निकायों में भी समान उत्साह देखा गया।
कोण्डागांव जिला में विधायक लता उसेंडी और कलेक्टर नुपूर राशि पन्ना की उपस्थिति में पलारी गांव और नगर क्षेत्र में तिरंगा यात्रा निकाली गई। पूर्व सैनिकों का सम्मान और युवाओं को सेना में सेवा का आह्वान मुख्य आकर्षण रहा।
सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में विधायक राजेश अग्रवाल और कलेक्टर विलास भोसकर की उपस्थिति में भव्य यात्रा निकाली गई। बच्चों, युवाओं, महिलाओं ने पूरे जिले में देशभक्ति का वातावरण रचा।
जांजगीर-चांपा जिले में हाई स्कूल मैदान से प्रारंभ तिरंगा यात्रा में हज़ारों लोग शामिल हुए। स्काउट गाइड, हसदेव हीरो, खिलाड़ियों और एनएसएस के छात्रों ने शानदार उपस्थिति दर्ज की।
नारायणपुर जिला मुख्यालय में जय स्तंभ चौक पर सामूहिक राष्ट्रगान और शपथ के साथ तिरंगा यात्रा का समापन हुआ।
बलरामपुर जिला मुख्यालय में मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। शहीद चौक से आरंभ हुई यात्रा में नागरिकों ने वीर जवानों को नमन किया और ऑपरेशन सिंदूर को जनभावना का समर्थन मिला।
मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी क्षेत्र में महिला समूहों, ग्राम पंचायतों और जनप्रतिनिधियों की अगुवाई में अनुशासित और संगठित तिरंगा यात्राएं निकाली गईं। यह आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रप्रेम की नई ऊर्जा लेकर आया।
सिरपुर (महासमुंद) की ऐतिहासिक धरती पर तिरंगा यात्रा जिला प्रशासन के नेतृत्व में निकाली गई, जहां स्काउट-गाइड और छात्रों ने सांस्कृतिक और राष्ट्रीय भावनाओं को एक मंच में पिरोया।
इस प्रदेशव्यापी तिरंगा यात्रा ने यह सिद्ध किया कि छत्तीसगढ़ का हर नागरिक राष्ट्र की एकता, अखंडता और सेना के प्रति सम्मान में एकजुट है। यह केवल यात्रा नहीं, बल्कि भारत की सामूहिक चेतना, आस्था और संकल्प का महोत्सव है।