Special Story

बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण, MSME को मिलेगा नया आयाम: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण, MSME को मिलेगा नया आयाम: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

ShivMar 4, 20252 min read

रायपुर।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत, समृद्ध भारत के…

साइबर क्राइम पर शिकंजा : पुलिस ने 10 म्यूल अकाउंट धारकों को किया गिरफ्तार, 2.88 करोड़ की ठगी का खुलासा

साइबर क्राइम पर शिकंजा : पुलिस ने 10 म्यूल अकाउंट धारकों को किया गिरफ्तार, 2.88 करोड़ की ठगी का खुलासा

ShivMar 4, 20252 min read

खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में पुलिस लगातार साइबर क्राइम…

बजट 2025 : वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा- ‘गति’ के जरिए ही साय सरकार हासिल करेगी ‘ज्ञान’ का लक्ष्य

बजट 2025 : वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा- ‘गति’ के जरिए ही साय सरकार हासिल करेगी ‘ज्ञान’ का लक्ष्य

ShivMar 4, 20253 min read

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री ओपी…

अब नहीं बचेंगे अतिक्रमणकारी और अवैध खनन करने वाले, कलेक्टर ने दिए FIR के निर्देश

अब नहीं बचेंगे अतिक्रमणकारी और अवैध खनन करने वाले, कलेक्टर ने दिए FIR के निर्देश

ShivMar 4, 20251 min read

रायपुर।  कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने आज कलेक्टोरेट परिसर स्थित…

बजट को लेकर बीजेपी ने जारी किया गया कार्टून पोस्टर

बजट को लेकर बीजेपी ने जारी किया गया कार्टून पोस्टर

ShivMar 4, 20252 min read

रायपुर।    विष्णुदेव सरकार के कार्यकाल का दूसरा बजट कल…

March 4, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : पारित हुआ नगर पालिका संशोधन विधेयक, विपक्ष ने किया बहिष्कार…

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन उप मुख्यमंत्री अरुण साव द्वारा पेश नगर पालिका संशोधन विधेयक विपक्ष की अनुपस्थिति में पारित हुआ. कांग्रेस विधायकों ने संशोधन विधेयक को संविधान के खिलाफ बताते हुए संशोधन विधेयक पर चर्चा का बहिष्कार किया था.

सदन में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने छत्तीसगढ़ नगरपालिका (संशोधन ) विधेयक 2024 पेश किया. संशोधन विधेयक में समय पर चुनाव नहीं होने की स्थिति में कार्यकाल बढ़ाने का जिक्र है. नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने कहा कि इस संशोधन से मजबूत नगर सरकार बनेगी.

मंत्री अरुण साव ने कहा कि महापौर, नगर पंचायत अध्यक्ष बेखौफ होकर निडर होकर काम कर सकेंगे. लेकिन कांग्रेस ने इसे संविधान के खिलाफ बताते हुए चर्चा का बहिष्कार किया. कांग्रेस की अनुपस्थिति में नगर निगम संशोधन विधेयक ध्वनि मत से पारित हुआ.