Special Story

ऑपरेशन सिंदूर भारत की सामरिक शक्ति और राजनीतिक दृढ़ता का प्रतीक है: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

ऑपरेशन सिंदूर भारत की सामरिक शक्ति और राजनीतिक दृढ़ता का प्रतीक है: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

ShivMay 7, 20252 min read

रायपुर।   सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने भारत द्वारा पाकिस्तान पर की…

सायरन बजते ही 7:30 बजे थम जाएगा दुर्ग, 15 मिनट का रहेगा ब्लैकआउट, इन चीजों पर प्रतिबंध

सायरन बजते ही 7:30 बजे थम जाएगा दुर्ग, 15 मिनट का रहेगा ब्लैकआउट, इन चीजों पर प्रतिबंध

ShivMay 7, 20253 min read

दुर्ग। देशभर में नागरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के…

हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास, 2023 में वारदात को दिया था अंजाम

हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास, 2023 में वारदात को दिया था अंजाम

ShivMay 7, 20251 min read

रायपुर।   राजधानी रायपुर में हत्या के मामले में कोर्ट ने…

May 7, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

CG के CM साय ने बागेश्वर धाम में लिया नक्सलवाद मुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प, धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगाने की कही बात

रायपुर/छतरपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज बागेश्वर धाम पहुंचे। जहां उन्होंने बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियों की सुख शांति की कामना की। साथ ही पीठाधीश धीरेंद्र शास्त्री को बागेश्वर धाम में बनने वाले कैंसर हॉस्पिटल के लिए शुभकामनाएं देते हुए इसे अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। सीएम से ने इस दौरान छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद मुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प लिया और धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगाने की बात कही। 

31 मार्च 2026 तक  नक्सलवाद का पूरी तरह उन्मूलन

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठा रही है। डबल इंजन सरकार के सहयोग से यह संकल्प लिया गया है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह उन्मूलन किया जाएगा। प्रदेश के सुरक्षा बल मजबूती से इस अभियान में लगे हुए हैं, और गृह मंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व में यह मिशन सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है।

धर्मांतरण पर रोक और घर वापसी अभियान

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के धार्मिक और सांस्कृतिक संतुलन को बनाए रखने के लिए सरकार धर्मांतरण रोकथाम और घर वापसी अभियान को भी प्रोत्साहित कर रही है। मुख्यमंत्री साय ने स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव के योगदान को याद करते हुए कहा कि धर्मांतरण के विरुद्ध हमारी सरकार कठोर नीति अपनाएगी और समाज को उसकी मूल पहचान से जोड़ेगी।