Special Story

नशे के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लाखों के हेरोइन के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार…

नशे के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लाखों के हेरोइन के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार…

ShivApr 19, 20251 min read

दुर्ग।   छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस को नशे के…

बड़े पैमाने पर IAS अफसरों का तबादला, कई जिलों के बदले गए कलेक्टर, देखें लिस्ट …

बड़े पैमाने पर IAS अफसरों का तबादला, कई जिलों के बदले गए कलेक्टर, देखें लिस्ट …

ShivApr 19, 20251 min read

रायपुर।    राज्य सरकार ने बड़े पैमाने पर आईएएस अफसरों…

पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, कई जगहों के बदले गए थाना प्रभारी, देखें लिस्ट …

पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, कई जगहों के बदले गए थाना प्रभारी, देखें लिस्ट …

ShivApr 19, 20251 min read

बलौदाबाजार। बलौदाबाजार पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल हुआ है, जिसमें…

April 19, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

CGPSC घोटाला : पीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और श्रवण कुमार को नहीं मिली राहत, CBI कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा

रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की 2021 राज्य सेवा भर्ती परीक्षा में कथित घोटाले के मामले में CGPSC के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पॉवर इस्पात के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल जेल में बंद हैं. दोनों आरोपियों को आज शुक्रवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने दोनों की 14 दिन की रिमांड बढ़ा दी है. बता दें कि CBI ने दोनों को 18 नवंबर को गिरफ्तार किया था.

क्या है पूरा मामला?

सीबीआई जांच में यह सामने आया कि श्रवण कुमार गोयल, जो ‘बजरंग पावर एवं इस्पात लिमिटेड’ के निदेशक हैं. वह अपने बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका कटियार को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए 45 लाख रुपये की रिश्वत दी थी. यह रिश्वत 20 और 25 लाख रुपये के दो किस्तों में ग्रामीण विकास समिति के माध्यम से की गई थी.

शशांक गोयल और भूमिका कटियार कांग्रेस नेता सुधीर कटियार के दामाद और बेटी हैं. 2021 के सीजीपीएससी परिणाम में शशांक ने तीसरी रैंक और भूमिका ने चौथी रैंक हासिल की थी.

जानिए CGPSC घोटाले में अब तक क्या-क्या कार्रवाई हुई

-11 मई 2023 को CGPSC 2021 का अंतिम परिणाम जारी हुआ, जिसमें 15 अभ्यर्थी डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुए.

-इस परीक्षा में शशांक गोयल ने तीसरी रैंक और उनकी पत्नी भूमिका कटियार ने चौथी रैंक हासिल की.

-शशांक और भूमिका के चयन में फर्जीवाड़े के आरोप लगे. उस समय के तत्कालीन PSC चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी पर अपने रिश्तेदारों और कांग्रेस नेताओं के करीबियों को फायदा पहुंचाने का आरोप गया.

-आरोपों पर तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जांच कराने से इनकार किया, जिसके बाद भाजपा नेताओं ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की.

-हाईकोर्ट ने 18 अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर रोक लगाई. जिसे विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाते हुए प्रदर्शन किया.

-भाजपा के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने जांच का जिम्मा EOW और ACB को सौंपा. बाद में यह मामला सीबीआई को सौंपा गया.

-CGPSC घोटाले मामले में पूर्व सरकार के कार्यकाल में हुई गड़बड़ी पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से 48 शिकायतें की गई.

-भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार मामले में टामन सिंह सोनवानी सहित अन्य अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.

-वहीं इस मामले में कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने टामन सिंह सोनवानी और श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया.