प्याज के बढ़ते दामों को नियंत्रित करने के लिए जनहित में केंद्र सरकार ने शुरू किए प्रयास – पुरन्दर मिश्रा
खरीफ फसल में विलंब होने की वजह से प्याज की कीमतों में हो रही बढ़ोत्तरी
रायपुर। प्याज के बढ़ते दामों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जनहित में शुरू किया गया प्रयास। केंद्र सरकार 35 रुपए प्रति किलो के भाव पर प्याज बेचने का निर्णय लिया है। खरीफ की फसल आने में सामान्य से कुछ अधिक देर होने की वजह से प्याज की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो रही है। प्याज के लगातार बढ़ते रेट्स की वजह से दिल्ली में सफल आउटलेट्स पर 35 किलो प्याज बेचने का निर्णय लिया गया है।
इस कड़ी मे छत्तीसगढ़ मे यह जनहितैषी कार्य प्रारंभ हुआ जिसमें आये वहनो को रायपुर उत्तर विधायक पुरन्दर मिश्रा ने गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर कार्यालय से हरि झंडी दिखा कर रवाना किया। विधायक श्री मिश्रा ने कहा कि खरीफ की फसल आने में सामान्य से कुछ अधिक देर होने की वजह से प्याज की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो रही है। प्याज के लगातार बढ़ते रेट्स की वजह से रायपुर में सफल आउटलेट्स पर 35 किलो प्याज बेचने का निर्णय लिया गया है। बढ़ी कीमतों से उपभोक्ताओं को राहत दिलाने के लिए एनसीसीएफ 20 राज्यों के 54 शहरों में 457 रिटेल स्टोर्स पर सस्ती प्याज बेच रही है। सरकार अब छत्तीसगढ़ रायपुर में 35 के दर प्याज बेचेगी।
NCCF ने 20 राज्यों में शुरु किए रिटेल प्वाइंट्स
विधायक पुरन्दर मिश्रा ने बताया कि लोगों के बीच प्याज की उपलब्धता बनाए रखने के लिए एनसीसीएफ ने 20 राज्यों के 54 शहरों में 457 रिटेल प्वाइंट्स शुरू किए हैं। केंद्रीय भंडार ने भी तीन सितंबर 2024 से दिल्ली एनसीआर में अपने रिटेल आउटलेट्स के जरिए प्याज की खुदरा सप्लाई शुरू कर दी है। तेलंगना समेत दक्षिण के राज्यों में प्याज की खुदरा बिक्री हैदराबाद एग्रीकल्चर कॉर्पोरेटिव एसोसिएशन द्वारा की जा रही है। सरकार के मुताबिक सन 2023-24 में प्याज के बफर साइज को 2.5 से बढ़ाकर 7 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है। अब तक 5.06 लाख मीट्रिक टन प्याज की खरीद की जा चुकी है। अब शेष 2 लाख मीट्रिक टन प्याज की और खरीद की जा रही है।