Special Story

कमिश्नर ने पलट दिया कलेक्टर-एसडीएम का आदेश, अतिक्रमण पर सरपंच के खिलाफ अब होगी जांच…

कमिश्नर ने पलट दिया कलेक्टर-एसडीएम का आदेश, अतिक्रमण पर सरपंच के खिलाफ अब होगी जांच…

ShivNov 17, 20242 min read

रायपुर। सरपंच और उसके परिजनों के विरुद्ध उपसरपंच और पंचों ने…

बिलासपुर में फूटी पाइप लाइन, बाजार के दुकानों में घुसा पानी…

बिलासपुर में फूटी पाइप लाइन, बाजार के दुकानों में घुसा पानी…

ShivNov 17, 20241 min read

बिलासपुर।  छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में आज अचानक अमृत मिशन…

आत्मानंद स्कूल के सामने मिली लाश, इलाके में मचा हड़कंप

आत्मानंद स्कूल के सामने मिली लाश, इलाके में मचा हड़कंप

ShivNov 17, 20241 min read

कोरबा।    छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कटघोरा में आज…

छत्तीसगढ़ के शिमला में पारा पहुंचा 10 डिग्री सेल्सियस, राजधानी में बढ़ेगी ठंड

छत्तीसगढ़ के शिमला में पारा पहुंचा 10 डिग्री सेल्सियस, राजधानी में बढ़ेगी ठंड

ShivNov 17, 20242 min read

रायपुर।   छत्तीसगढ़ में दिवाली के बाद तेजी से पारा गिरता…

मुख्यमंत्री श्री साय के वीडियो-कॉल से बैडमिंटन प्लेयर रितिका के अरमानों को मिले पंख

मुख्यमंत्री श्री साय के वीडियो-कॉल से बैडमिंटन प्लेयर रितिका के अरमानों को मिले पंख

ShivNov 17, 20243 min read

रायपुर।     धमतरी की रहने वाली मजदूर पिता की बैडमिंटन प्लेयर…

November 17, 2024

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

Home » पीएससी मामले की सीबीआई जांच भाजपा का पोलिटिकल प्रोपोगेंडा – सुशील आनंद सुशील

पीएससी मामले की सीबीआई जांच भाजपा का पोलिटिकल प्रोपोगेंडा – सुशील आनंद सुशील

रायपुर।   पीएससी मामले की सीबीआई जांच भाजपा का पोलिटिकल प्रोपोगंडा है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पीएससी की तथाकथित गड़बड़ियां भाजपा का दिमाकी फितूर मात्र था विधानसभा चुनाव के समय तत्कालीन कांग्रेस सरकार की छवि खराब करने भाजपा ने गलत आरोप लगाया था। पूर्व मुख्यमंत्री विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का भी बयान आया है कि सीबीआई जांच से युवाओं की शंका दूर होगी अर्थात भाजपा के वरिष्ठ नेता भी पीएससी का गड़बड़ी के आरोपों को शंका मात्र ही मानते है। सीबीआई जांच में भी कुछ हासिल नहीं होने वाला इस जांच से भाजपा के झूठे आरोपों की पोल खुलेगी और सच्चाई सामने आयेगी। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य लोकसेवा आयोग में कथित गड़बड़ी के आरोप भाजपा ने साजिश के तहत लगाया था।

अमूमन किसी भी परीक्षा में गड़बड़ियो के यह आरोप लगते है। किसी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक हुये हों। किसी परीक्षार्थी ने लेनदेन की प्रमाणित शिकायत किया हो। किसी कोचिंग संस्थान के पूर्व अनुमानित प्रश्न पत्रों के सेट से पीएससी के प्रश्न पत्र हू-बहू मिल रहे थे। मेरिट में चयनित अभ्यर्थियों के इंटरव्यू के नंबर लिखित परीक्षा के अंको में बहुत ज्यादा असमानता नजर आ रही थी। चयन का आधार इंटरव्यू के नंबरों की अधिकता हो। वर्तमान में राज्य लोक सेवा आयोग के परीक्षा परिणामों पर ऐसा कोई भी आरोप नहीं लगा था उसके बावजूद गड़बड़ी के मनगढ़ंत आरोप लगाना भारतीय जनता पार्टी का निम्न स्तरीय हथकंडा है। किसी मेरिट में चयनित अभ्यार्थियों के लिखित परीक्षा की अपेक्षा व्यक्तित्व परीक्षण के अचंभित करने वाले या संदेहास्पद नंबर मिले हो तो भी उसके आधार पर चयन सूची पर सवाल खड़ा किया जाये तो भी तार्किफ लगता है।प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के पास पीएससी की चयन सूची में गड़बड़ी के आरोपो का आधार क्या है? सिर्फ यही कि पीएससी में नेताओं, अधिकारियों, व्यवसायियों के बच्चों के कुछ नाम चयनित हो गये है। भाजपा को आपत्ति है कि पीएससी में सगे भाई-बहन, पति-पत्नी का चयन कैसे हो गया? जबकि परस्पर रिश्तेदारों का चयन किसी अधिकारी के रिश्तेदारो का चयन या व्यवसायी नेता के रिश्तेदारो का चयन पहली बार नहीं हुआ है और न ही यह अपराध और न ही किसी का रिश्तेदार होना अयोग्यता का पैमाना हो जाता है। भारतीय जनता पार्टी के समय भी 2004 से 2021 तक भी परस्पर सबंधियो के चयन होते रहे है। इसकी सूची सार्वजनिक हो चुकी है।प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सीबीआई जांच रमन सिंह के सरकार में हुई परीक्षाओ की होनी चाहिये तब वास्तविक घोटाला सामने आयेगा। रमन सरकार के दौरान 2003 और 2005 में पीएससी भर्ती घोटाला भी सर्वविदित है।