Special Story

सिंहस्थ – 2028 के लिए अभी से करें माइक्रो प्लानिंग : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

सिंहस्थ – 2028 के लिए अभी से करें माइक्रो प्लानिंग : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMar 12, 20255 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सिंहस्थ…

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से तमिलनाडु के किसानों ने की सौजन्य भेंट

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से तमिलनाडु के किसानों ने की सौजन्य भेंट

ShivMar 12, 20253 min read

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज विधानसभा स्थित उनके…

March 12, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

7 लोगों की मौत का मामला: जिला प्रशासन ने जारी किया स्पष्टीकरण, फूड पॉइजनिंग और सर्पदंश को बताया मौत की वजह

बिलासपुर। बिलासपुर जिले के लोफंदी गांव में सात लोगों की संदिग्ध मौत से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया. पहले यह आशंका जताई जा रही थी कि इन मौतों का कारण जहरीली शराब का सेवन हो सकता है, लेकिन जिला प्रशासन ने इस संबंध में स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें बताया गया है ग्रामीणों की मौत का कारण जहरीली शराब नहीं, बल्कि फूड पॉइजनिंग और सर्पदंश से हुई है. वहीं प्रशासन की टीम ने एक शव का पोस्टमॉर्टम करवा लिया है और विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है. फिलहाल, गांव में मेडिकल कैंप लगाकर लोगों की जांच की जा रही है.

वैवाहिक भोज और मछली खाने से बिगड़ी तबीयत – जिला प्रशासन

जिला प्रशासन की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि लोफंदी निवासी श्रवण देवांगन के घर 3 से 6 फरवरी के बीच शादी समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें गांव के लोगों को सामूहिक भोज में आमंत्रित किया गया. ग्रामीणों के अनुसार, 6 फरवरी को कुछ लोगों ने नदी किनारे मछली पकाकर खाई थी, जिसके बाद से कई ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ने लगी. पेट दर्द, उल्टी, चक्कर और सुस्ती जैसे लक्षण सामने आने के बाद कई ग्रामीणों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान 7 लोगों की मौत हो गई.

मामले में जिला प्रशासन ने जांच में पाया कि 5 फरवरी को देवप्रसाद पटेल और शत्रुहन देवांगन की मौत हुई थी. देवप्रसाद पटेल की मौत को सर्पदंश से हुई मृत्यु बताया गया है, जिसकी पुष्टि उसके बेटे के बयान और पुलिस रिकॉर्ड से हुई है.

वहीं 7 और 8 फरवरी को 5 और लोगों की मौत हुई, जिनमें रामूराम सुनहले, कोमल लहरे, कन्हैया पटेल, बलदेव पटेल और कुन्नू देवांगन शामिल हैं. बलदेव पटेल की मौत श्रीराम केयर अस्पताल में हुई, जहां मृत्यु प्रमाण पत्र में कार्डियो रेस्पिरेटरी अरेस्ट को मौत का कारण बताया गया है.

जिला प्रशासन ने यह भी बताया कि ग्रामीणों ने अधिकतर मृतकों का अंतिम संस्कार खुद ही कर दिया और इस संबंध में किसी भी विभाग को सूचना नहीं दी गई. हालांकि, प्रशासन की टीम ने मृतक रामूराम सुनहले के शव को मौके से बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए सिम्स भेजा. सिम्स से प्राप्त पीएम रिपोर्ट में ‘मृत्यु का कोई विशेष कारण अभी नहीं बताया जा सकता है, बिसरा, हिस्टो पैथोलॉजी एवं ब्लड एनालिसिस रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु के कारण का निष्कर्ष निकाला जा सकेगा.’ (no specific cause of death could be ascertained as of now. confirmation of cause of death remains pending till viscera, histopathology report and blood analysis report.) अंकित है.

मृतक ग्रामीणों के नाम

कन्हैयालाल पटेल (60 वर्ष)
शत्रुहन देवांगन (40 वर्ष)
बलदेव पटेल (52 वर्ष)
कोमल प्रसाद लहरे (56 वर्ष)
रामूराम सुनहले (50 वर्ष)
कुन्नू देवांगन (35 वर्ष)
देव कुमार पटेल (45 वर्ष)