Special Story

जानिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल के किस बयान पर भड़के मंत्री ओपी चौधरी

जानिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल के किस बयान पर भड़के मंत्री ओपी चौधरी

ShivMay 15, 20252 min read

रायपुर। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान तेज…

क्षेत्र के विकास के लिए कोई कोर कसर नहीं रहेगी : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

क्षेत्र के विकास के लिए कोई कोर कसर नहीं रहेगी : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMay 15, 20254 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हमारी…

बहनों के लिए राज्य सरकार के द्वार सदैव हैं खुले : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

बहनों के लिए राज्य सरकार के द्वार सदैव हैं खुले : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivMay 15, 20254 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि राज्य…

नक्सलियों की साजिश नाकाम, सुरक्षाबलों ने 10 प्रेशर कुकर समेत कई विस्फोटक सामग्री बरामद

नक्सलियों की साजिश नाकाम, सुरक्षाबलों ने 10 प्रेशर कुकर समेत कई विस्फोटक सामग्री बरामद

ShivMay 15, 20251 min read

धमतरी। धमतरी के चमेंदा जंगल में जारी नक्सल विरोधी सर्च…

May 15, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

नया रायपुर में 218 करोड़ का टेंडर रद्द करने का मामला : मंत्री ओपी चौधरी का बयान, गुणवत्ता की अनदेखी पर हमने रद्द किया ठेका, गलत काम पर हम करेंगे कठोर कार्रवाई

रायपुर। आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी ने नवा रायपुर अटल नगर में चल रही सभी परियोजनाओं को समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं. विभागीय मंत्री ओपी चौधरी ने गुणवत्ता विहीन कार्य करने वाले ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. वहीं लोकहित एवं शहर विकास के लिए 218.7 करोड़ के 10 निर्माण कार्यों का पुराने ठेकेदार से अनुबंध निरस्त किया गया है. इस मामले में आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओ पी चौधरी ने कहा कि लगातार काम में विलंब किया जा रहा था. इसके चलते कार्रवाई की गई है.

ओपी चौधरी ने कहा, गुणवत्ता की भी शिकायतें आ रही थी. कांग्रेस सरकार के एक कद्दावर मंत्री के परिवार से जुड़े होने की वजह से ठेकेदार को शह किया जा रहा था. हमने गुणवत्ताविहीन काम करने वाले रायपुर कंस्ट्रक्शन को मिला ठेका रद्द कर दिया है. गहन अध्ययन किया गया था. बहुत पहले मुझ तक इसकी शिकायत आई थी. लगातार सात दिनों तक इस शिकायत का परीक्षण किया गया और फिर टेंडर रद्द करने का फ़ैसला किया गया.

उन्होंने कहा, यह फ़ैसला तकनीकी टीम की अनुशंसा पर लिया गया है. ऐसी बात सामने आ रही है कि मो. अकबर आवास एवं पर्यावरण मंत्री थे और उनके ही परिवार से जुड़े लोगों को यह टेंडर दिया गया था, लेकिन इन सब बातों से हमें कोई मतलब नहीं है. हमने ये टेंडर गुणवत्ता को नजरअंदाज करने और लेटलतीफी को लेकर रद्द किया है.

मंत्री चौधरी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में हम गुड गवर्नेंस की नीति पर काम कर रहे हैं. कोई काम गलत तरीके से नहीं होगा. विलंब करेगा तो फिर चाहे कितना ही बड़ा व्यक्ति हो उसके खिलाफ हम कठोर कार्रवाई करेंगे. हम डैशबोर्ड बना रहे हैं. एक क्लिक पर सारी जानकारी मिल सकेगी. इससे काम की मॉनिटरिंग तेज हो सकेगी.