Special Story

जनसेवा का प्रभावी माध्यम है सिविल सेवा : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

जनसेवा का प्रभावी माध्यम है सिविल सेवा : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

ShivApr 21, 20255 min read

भोपाल।  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सिविल…

April 22, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

छत्तीसगढ़ में हवाई सेवाओं के विस्तार के लिए बृजमोहन अग्रवाल का संसद में प्रखर अनुरोध

नई दिल्ली/रायपुर।  रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ाने शुरू करने और बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, जगदलपुर जैसे प्रमुख शहरों में हवाई सेवाओं के विस्तार को लेकर रायपुर के लोकप्रिय सांसद एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल लगातार प्रयासरत है।

इसी कड़ी में बृजमोहन अग्रवाल ने शुक्रवार को लोकसभा में शून्य काल के दौरान छत्तीसगढ़ में हवाई सेवाओं के विस्तार और रायपुर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय दर्जा देने की मांग उठाई।

श्री अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ औद्योगिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से देश का एक उभरता हुआ राज्य है। यहाँ बाल्को, जिंदल, भिलाई स्टील प्लांट, हिंडाल्को, एनएमडीसी, एनटीपीसी जैसे कई बड़े उद्योग स्थापित हैं। इसके अलावा, राज्य में 32% आदिवासी और 12% अनुसूचित जाति समुदाय के लोग निवास करते हैं। रायपुर हवाई अड्डे से प्रतिमाह 60,000 से 70,000 लोग देश-विदेश की यात्रा करते हैं, साथ ही कई अंतरराष्ट्रीय निवेशक छत्तीसगढ़ में निवेश के इच्छुक हैं।

किन्तु अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुपलब्धता के कारण निवेश की संभावनाओं को पूरी तरह से साकार नहीं किया जा सका है। उन्होंने कहा कि यदि रायपुर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिया जाए और आवश्यक सुविधाएँ, जैसे इमिग्रेशन ऑफिस, एक्साइज ऑफिस, कार्गो टर्मिनल, बेहतर पार्किंग और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन किया जाए, तो इससे छत्तीसगढ़ की आर्थिक प्रगति को नया आयाम मिलेगा।

श्री अग्रवाल ने केंद्र सरकार एवं नागरिक उड्डयन मंत्रालय से रायपुर हवाई अड्डे को शीघ्र अंतरराष्ट्रीय दर्जा देने और राज्य के प्रमुख शहरों—बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर एवं जगदलपुर में हवाई सेवाओं के विस्तार की माँग की। उन्होंने कहा कि यह सुविधा मिलने से छत्तीसगढ़ के नागरिकों को सुगम हवाई यात्रा का लाभ मिलेगा और छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल होने की दिशा में और अधिक मजबूती से आगे बढ़ेगा।