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स्व-सहायता समूह से बहनों के जीवन में नए सूर्य का हुआ उदय : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivApr 9, 20255 min read

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि स्व-सहायता समूह…

ग्लोबल स्किल पार्क की सभी सीटें भरी जाएं : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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ShivApr 9, 20252 min read

भोपाल।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि ग्लोबल…

छत्तीसगढ़ का सामाजिक सशक्तिकरण मॉडल हुआ पेश, लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा- सामाजिक न्याय हर व्यक्ति तक पहुँचा

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ShivApr 9, 20253 min read

रायपुर।   समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने देहरादून में आयोजित…

भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प, दोनों पक्ष के सैकड़ों लोग पहुंचे थाने

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ShivApr 9, 20252 min read

जगदलपुर। शहर में देर शाम भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं…

April 10, 2025

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जो कहेंगे सच कहेंगे

भूपेश बघेल के छत्तीसगढ़ बजट को कवि सम्मेलन बताए जाने पर भाजपा को आपत्ति, कहा- गुरु घासीदास, वीर गुण्डाधुर का किया अपमान

रायपुर। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सोमवार को पेश बजट पर तंज कसते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे सिंगल माइक पॉडकास्ट बताते हुए कहा था कि बजट भाषण नहीं यह कवि सम्मेलन था. इस पर भाजपा ने आपत्ति जताते हुए भूपेश बघेल पर सतनामी समाज और प्रदेश के जनजाति समाज के अपमान का आरोप लगाया है. 

गौरतलब है कि वित्त मंत्री चौधरी ने अपने बजट भाषण में कविताओं के जरिए वीर गुंडाधर और गुरु घासीदास का भी जिक्र किया था. इस पर भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ये था क्या? ये बजट भाषण था या गणतंत्र दिवस का भाषण था या किसी कवि सम्मेलन की भूमिका थी? ये था क्या? ये जनता तो छोड़िए, भाजपा के लोगों को खुद समझ नहीं आया होगा. न जनता के लिए कोई राहत, न किसान, युवा, महिला के लिए कोई घोषणा. बेहद निराशाजनक और ‘सिंगल माइक पॉडकास्ट’ समाप्त हुआ.

बघेल के बयानों पर आपत्ति जताते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख अमित चिमनानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बच्चे, बूढ़े, जवान बाबा गुरु घासीदास को प्रणाम करके अपने दिन की शुरुआत करते हैं. जब-जब छत्तीसगढ़ में कोई शौर्य का विचार आता है तो वीर गुंडाधुर और शहीद वीर नारायण सिंह का नाम लिया जाता है. राम राम के बदले हम जय जोहार कहते हैं, और हमारे लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश किसी तीर्थ से कम नहीं है.

चिमनानी ने कहा कि इसको भूपेश बघेल कवि सम्मेलन बोलकर उपहास कर रहे हैं. बघेल ने छत्तीसगढ़ में वीर गुंडाधुर और बाबा गुरुघासीदास जी को मानने वाले लाखों लोगों की आस्था के साथ एक बड़ा खिलवाड़ करने का काम किया है. हमारे जनजाति समाज और सतनामी समाज के जो हमारे महानायक हैं, उनसे जुड़ी संस्कृति को अपमानित करने का काम किया है. इसकी माफी उनको इस जन्म में नहीं मिलेगी.