नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने: वन मंत्री कश्यप ने कहा- निकाय चुनाव में हार का चौका लगाएंगे बैज, PCC चीफ बोले-
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आगामी नगरीय निकाय चुनाव को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दल जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी हैं और राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. इस बीच वन मंत्री केदार कश्यप ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बैज के नेतृत्व में कांग्रेस निकाय चुनाव में “हार का चौका” लगाएगी. तो वहीं दीपक बैज ने भी पलटवार करते हुए कहा कि जब हम सत्ता में थे तो 14 नगर निगम जीते. उन्होंने कहा एक बार केदार कश्यप को पूछ लीजिए जब हमारी सरकार थी तब 5 उपचुनाव हुए कितने उप चुनाव उन्होंने जीते और कितने नगरी निकाय चुनाव.
मंत्री केदार कश्यप का दीपक बैज पर हमला
दरअसल, वन मंत्री केदार कश्यप ने निकाय चुनाव को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज पर हमला बोला है. मंत्री कश्यप ने कहा, “दीपक बैज निकाय चुनाव में हार का चौका लगाएंगे. उन्हें हार का चौका लगाने की अग्रिम बधाई. उनके नेतृत्व में कांग्रेस तीन चुनाव हार चुकी है. हमारी शुभकामनाएं हैं कि वे हार का शतक भी बनाएं. दक्षिण विधानसभा में उन्होंने हार की हैट्रिक लगाई है. कांग्रेस के बड़े नेता अब उन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं.”
केदार कश्यप ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि पार्टी ने कभी भी आदिवासियों का सम्मान नहीं किया. उनके मुताबिक, कांग्रेस का रुख और चुनावी रणनीति लगातार हार का कारण बन रही है.
दीपक बैज का पलटवार
दीपक बैज ने कहा जब हमारी सरकार थी तो 14 नगर निगम हमने जीते. अभी 10 नगर निगम में चुनाव होने की तैयारी हम लोग कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी आधे से ज्यादा सीटों में जीते इसको लेकर अपने स्तर पर हम तैयारी कर रहे हैं. केदार कश्यप के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पहले एक बार केदार कश्यप को पूछ लीजिए जब हमारी सरकार थी तब 5 उपचुनाव हुए कितने उप चुनाव उन्होंने जीते. नगरी निकाय चुनाव हुए कितने नगर निकाय चुनाव जीते.
बता दें कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ में कुल 184 नगरीय निकाय हैं, जिसमें 14 नगर निगम, 48 नगर पालिका परिषद और 122 नगर पंचायतें शामिल हैं. सभी राजनीतिक दल इस बार के नगरीय निकाय चुनाव में जीत के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं. कांग्रेस, जो पिछली बार की हार से जूझ रही है, इस बार जीतने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. हालांकि, अभी तक नगरीय निकाय चुनाव की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस साल के अंत तक चुनावों की तारीखों का ऐलान हो सकता है.