Special Story

छत्तीसगढ़ में गैर संचारी रोग के ईलाज में आभा आईडी है वरदान

छत्तीसगढ़ में गैर संचारी रोग के ईलाज में आभा आईडी है वरदान

ShivApr 18, 20252 min read

रायपुर।    छत्तीसगढ़ राज्य में अब गैर संचारी रोग (नॉन-कम्युनिकेबल…

थाने से भागा अंतरराज्यीय तस्कर, SSP ने चार पुलिसकर्मियों को किया लाइन अटैच

थाने से भागा अंतरराज्यीय तस्कर, SSP ने चार पुलिसकर्मियों को किया लाइन अटैच

ShivApr 18, 20251 min read

रायपुर। हेरोइन चिट्टा की तस्करी के मामले में गिरफ्तार अंतर्राज्यीय…

April 19, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

ओडिशा, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में बीजू कार्ड बैन : अस्पतालों में चल रहा था अवैध कमाई का खेल, माझी सरकार ने जारी किया आदेश

रायपुर।  अस्पतालों में ओडिशा की हेल्थ स्कीम के तहत जारी बीजू कार्ड से जमकर कमाई की जा रही थी। इसके चलते ओडिशा के अलावा अन्य राज्यों में संचालित इस योजना को अब बंद कर दिया गया है। अब ओडिशा, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों के अस्पतालों में बीजू कार्ड से मरीजों का इलाज नहीं होगा। पहले से इस कार्ड के जरिए भर्ती मरीजों का इलाज जारी रहेगा। नए मरीज भर्ती करने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसका आदेश ओडिशा सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने जारी किया है।

बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीजू कार्ड से इलाज के लिए दर्जनभर से ज्यादा अस्पताल पंजीकृत हैं। इनमें से कुछ ने अपने एजेंट ओडिशा तक फैला रखे हैं, जो मुफ्त इलाज का झांसा देकर मरीजों को अपने वाहन से छत्तीसगढ़ के अस्पताल तक ला रहे हैं। इस कार्ड से जमकर कमाई इसलिए भी हो रही है, क्योंकि ओडिशा सरकार इस कार्ड के माध्यम से पांच से दस लाख रुपए तक इलाज की सुविधा दे रही है। यहां बताना लाजिमी है कि छत्तसीगढ़ के आयुष्मान कार्ड में भी गड़बड़ी का खुलासा हो चुका है और डेढ़ दर्जन से ज्यादा अस्पतालों को नोटिस जारी किया जा चुका है। कुछ का पंजीयन भी रद्द हो चुका है। 

ज्यादा पैसा कमाने कई पैंतरे अपना रहे पंजीकृत निजी अस्पताल

आयुष्मान की तरह ही बीजू कार्ड में भी खेल किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में आयुष्मार्ड कार्ड में मरीजों को पचास हजार से लेकर पांच लाख तक की सुविधा दी जा रही है, जबकि ओडिशा के बीजू स्वास्थ्य कार्ड में यह राशि पांच से दस लाख रुपए तक है। इस योजना में उपचार राशि का भुगतान भी छत्तीसगढ़ की तुलना में काफी में तेजी से किया जाता है। कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लिए पंजीकृत निजी अस्पताल विभिन्न तरह के पैंतरे अपना रहे हैं।

आईसीयू में भर्ती का खेल

स्वास्थ्य योजनाओं में सामान्य वार्ड और आईसीयू में भर्ती मरीजों के इलाज के लिए अलग अलग पैकेज निर्धारित है। ज्यादा रकम की चाह में अस्पताल प्रबंधन सामान्य मरीजों को सीरियस बताने और कभी गैर जरूरी ऑपरेशन करने से भी नहीं चूकते हैं। पिछले दिनों राज्य के कुछ अस्पतालों पर इसी मामले में जुर्माना भी किया गया है।