Special Story

राज्य में अप्रैल 2019 से पूर्व पंजीकृत वाहनों पर एचएसआरपी चिन्ह लगाना अनिवार्य

राज्य में अप्रैल 2019 से पूर्व पंजीकृत वाहनों पर एचएसआरपी चिन्ह लगाना अनिवार्य

ShivNov 25, 20243 min read

रायपुर।   छत्तीसगढ़ राज्य में अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत सभी…

4 आईपीएस अफसरों का तबादला, इन जिलों के बदले गए एसपी

4 आईपीएस अफसरों का तबादला, इन जिलों के बदले गए एसपी

ShivNov 25, 20241 min read

रायपुर। राज्य सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के चार…

November 26, 2024

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

आयकर विभाग की कार्रवाई पर पूर्व विधायक का बड़ा बयान

रायपुर। छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग (आईटी) की बड़ी छापेमारी कार्रवाई पर पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ईडी और आईटी को टूल के रूप में उपयोग कर रही है. नेताओं के साथ उनके व्यापारी दोस्तों को भी परेशान किया जा रहा है. चुनाव से पहले ही बीजेपी को क्यों याद आती है समझ से परे है. इसके साथ ही विकास उपाध्याय ने अन्य मुद्दों पर भी बयान दिया है.

पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने धान खरीदी को तारीख बढ़ाए जाने पर कहा कि बीजेपी ने सभी को धोखा दिया है. बीजेपी ने लुभाने वादे किए और धरातल पर उन्हें साबित कर नहीं दिखा पाई. पीसीसी चीफ दीपक बैज ने धान खरीदी की तारीख बढ़ाने की मांग की थी. किसानों की डिमांड थी की एक महीने धान खरीदी की तारीख बढ़ाई जाए. समर्थन मूल्य आज कहां है जिसकी बात बीजेपी ने की थी. किसान आज परेशान है और खुद को छला महसूस कर रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के प्रवेश पर कहा उपाध्याय ने कहा कि ओडिशा बॉर्डर से यात्रा की शुरुआत होगी. रूट की रेकी करने और प्रोग्राम कैसे होगा? कांग्रेस साथियों के साथ बैठकर कार्यक्रम सफल कैसे बनाया जाए इसकी रूप रेखा तैयार होगी.

आईटी की रेड पर पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि बीजेपी टूल के रूप में ईडी, आईटी और सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा कि ये साडी केंद्रीय एजेंसियां उनके संगठन में भी अनधिकृत तरीके से शामिल हो गया. क्योंकि जिस प्रकार से दिल्ली, झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ जिन प्रदेशों में बीजेपी की विचारधारा की सरकार नहीं है. वहां इस प्रकार की कार्रवाई किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हर राजनीतिक दाल के व्यक्ति का अपना व्यक्तिगत संबंध भी होता है. व्यापारी, उद्योगपति और सोशल सर्विस करने वालों से भी होता है. लेकिन जिस प्रकार से अब नेताओं के साथ उनके व्यापारी दोस्तों को परेशान किया जा रहा है.वो इसलिए क्योंकि लोकसभा का चुनाव नजदीक है. तमाम चीजों की याद चुनाव के पहले बीजेपी को क्यों आती है ये समझ से परे है. देश की जनता जानती है और समय आने पर इसका जवाब देगी.