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ShivFeb 24, 202512 min read

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ShivFeb 24, 20252 min read

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ShivFeb 24, 20252 min read

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ShivFeb 24, 20251 min read

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ShivFeb 24, 20252 min read

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February 24, 2025

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धान खरीदी में बड़ा फर्जीवाड़ा: बेचा 84 कट्टा धान, भुगतान हुआ 220 कट्टे का, किसान ने समिति पदाधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप

मोहला-मानपुर। जिले के औंधी तहसील स्थित धान उपार्जन केंद्र में धान खरीदी में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. ग्राम डोमिकला निवासी किसान कन्हैया लाल ने औंधी सहकारी समिति के एक पदाधिकारी पर उसके नाम से धान बिक्री में फर्जीवाड़ा करने का गंभीर आरोप लगाया है. वहीं किसान ने इस संबंध में समिति के प्रभारी प्रबंधक को लिखित शिकायत देकर समिति पदाधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है.

किसान कन्हैया लाल के मुताबिक उसने केवल 84 कट्टा धान केंद्र में बेचा है, लेकिन उसके नाम से समिति के दस्तावेज में 220 कट्टा धान विक्रय दर्ज हुआ है. यही नहीं 220 कट्टा धान विक्रय के एवज में उसे राशि का भुगतान भी हुआ है. कन्हैया लाल की माने तो उसे 220 कट्टा धान बेचने के लिए टोकन प्राप्त हुआ था. कन्हैया लाल के मुताबिक औंधी सहकारी समिति के पदाधिकारी ने उससे कहा कि तुम्हारे टोकन में बाकी का 136 कट्टा धान मै बेच दूंगा तुम दस्तखत बस कर देना.

धान बेचे जाने के बाद 220 कट्टा धान का भुगतान भी किसान कन्हैया लाल के बैंक खाते में हो गया. भुगतान उपरांत समिति पदाधिकारी द्वारा जब किसान कन्हैया लाल से अतिरिक्त 136 कट्टा धान बेचने के एवज में पैसा मांगा गया तो किसान कन्हैया लाल ने किसी गड़बड़ी की आशंका वश समिति के प्रभारी प्रबंधक संतराम से धान विक्रय को लेकर जानकारी ली. तब जाकर खुलासा हुआ कि किसान कन्हैया लाल के टोकन से केवल 84 कट्टा धान ही कन्हैया द्वारा खुद बेचा गया है. वहीं कन्हैया लाल के टोकन से अतिरिक्त 136 कट्टा धान बेचने की बात कहने वाले समिति पदाधिकारी द्वारा अतिरिक्त 136 कट्टा धान बेचा ही नहीं गया. बल्कि बिना अतिरिक्त धान बेचे किसान के धान विक्रय दस्तावेज में 84 कट्टा धान विक्रय की जगह 220 कट्टा धान विक्रय अंकित कराया गया. जिसके चलते 84 कट्टा धान बेचने वाले किसान कन्हैया लाल को कुल 220 कट्टा धान का भुगतान हुआ.

इस मामले में आरोप ये भी लग रहे हैं कि उक्त समिति पदाधिकारी के बेटे को धान उपार्जन केंद्र में धान की गिनती के काम में नियुक्त किया गया है. तथा पदाधिकारी के बेटे द्वारा ही कन्हैया लाल के धान की गिनती विक्रय के दौरान की थी. जो इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि समिति पदाधिकारी व उसके बेटे ने गिनती में हेरफेर कर 84 की जगह 220 कट्टा धान विक्रय दस्तावेज में अंकित करवा दिया. और अब बिना अतिरिक्त धान बेचे उक्त पदाधिकारी द्वारा किसान कन्हैया लाल से अतिरिक्त 136 कट्टा धान का पैसा मांगा जा रहा है.

दूसरी ओर औंधी सहकारी समिति के प्रभारी प्रबंधक संतराम कृषान ने किसान कन्हैया लाल द्वारा उक्ताशय के संबंध में शिकायती आवेदन देने की पुष्टि करते हुए कहा है कि उन्होंने तमाम जानकारियों से उच्च प्रबंधन को वाकिफ करा दिया है. प्रबंधक ने इस बात की भी पुष्टि की है कि धान विक्रय के दरमियान कन्हैया लाल के धान कट्टे की गिनती फर्जी धान बिक्री के आरोप में घिरे समिति पदाधिकारी के बेटे द्वारा ही किया गया. प्रभारी प्रबंधक संतराम के मुताबिक कन्हैया लाल ने बताया है कि 220 कट्टा धान के टोकन में उसने केवल 84 कट्टा धान ही बेचा है. शेष 136 कट्टा धान समिति पदाधिकारी द्वारा खपाने की बात कही है. लेकिन 136 कट्टा धान द्वारा केंद्र में नहीं दिया गया है.