Special Story

भाजपा जिला उपाध्यक्ष पर आरक्षक ने की फायरिंग, इलाके में मचा हड़कंप

भाजपा जिला उपाध्यक्ष पर आरक्षक ने की फायरिंग, इलाके में मचा हड़कंप

ShivMay 14, 20251 min read

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में भाजपा जिला उपाध्यक्ष पर…

मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान: शैक्षणिक क्रांति की ओर छत्तीसगढ़ का निर्णायक कदम

मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान: शैक्षणिक क्रांति की ओर छत्तीसगढ़ का निर्णायक कदम

ShivMay 14, 20253 min read

रायपुर।   छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में शासकीय विद्यालयों की शैक्षणिक…

May 14, 2025

Apni Sarkaar

जो कहेंगे सच कहेंगे

पहले चरण के मतदान से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व विधायक शिशुपाल शोरी ने दिया इस्तीफा, भाजपा में होंगे शामिल…

कांकेर। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांकेर के पूर्व विधायक एवं भूपेश सरकार में संसदीय सचिव रहे शिशुपाल शोरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. बताया गया कि शिशुपाल शोरी आज भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे भवन में भाजपा के प्रदेश नेतृत्व के समक्ष भाजपा की सदस्यता लेंगे.

पूर्व विधायक शिशुपाल शोरी 2013 के आईएएस को नौकरी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए थे. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में शिशुपाल शोरी को कांकेर विधानभा से टिकट मिला और सत्ता विरोधी लहर के बीच शिशुपाल शोरी कांकेर विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए और उन्हें सरकार में संसदीय सचिव भी बनाया गया.

लेकिन पिछले साल हुए विधानभा चुनाव के दौरान शिशुपाल शोरी का टिकट काटा गया, जिससे शोरी कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे. 2023 के विधानभा चुनाव के दौरान शिशुपाल शोरी का टिकट काट कर पूर्व विधायक शंकर ध्रुवा को कांकेर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया, लेकिन महज 16 वोटों से कांकेर विधानसभा में कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था.

कोयला घोटाले में दर्ज है एफआईआर

पूर्व विधायक शिशुपाल शोरी पर प्रदेश के चर्चित कोयले घोटाले पर हुए एफआईआर में 1.10 करोड़ के एक्सटोर्सन को लेकर नाम दर्ज किया था, और ईडी के रडार में थे.

सरकारी आवास नहीं किया है खाली

प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के 6 महीने बाद भी पूर्व विधायक शिशुपाल शोरी ने सरकारी आवास खाली नहीं किया है. पूर्व विधायक शोरी टिकट काटे जाने के बाद से ही भाजपा में शामिल होने का मन बना चुके थे. जिसके वजह से उनके सरकारी आवास को खाली नहीं करने की बात कही जा रही है.