बड़ी उपलब्धि : राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक में छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर, गुजरात, महाराष्ट्र जैसे प्रांतों को पीछे छोड़ा
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रायपुर। अगर आपके मन में छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को लेकर कोई शंका-आशंका है तो भूल जाइए. नीति आयोग की ओर से जारी राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक में गुजरात और महाराष्ट्र जैसे प्रांतों को पीछे छोड़ते हुए छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर है.
नीति आयोग ने 2023 वित्तीय वर्ष का सूचकांक जारी किया है, जिसके अनुसार छत्तीसगढ़ 55.2 अंक के साथ व्यय की गुणवत्ता, 55.2 अंक के साथ ऋण सूचकांक में, 56 अंक के साथ राजकोषीय विवेक में और 79.6 अंक के साथ ऋण स्थिरता में छत्तीसगढ़ अचीवर की श्रेणी में रहा. वहीं राजस्व जुटाने में 56.2 अंक के साथ छत्तीसगढ़ फ्रंट रनर की श्रेणी में रहा.
बता दें कि व्यय की गुणवत्ता, राजस्व जुटाना, राजकोषीय विवेक, ऋण सूचकांक और ऋण स्थिरता के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है, जिमें 18 प्रमुख राज्य नीति आयोग की सूचकांक को शामिल किया गया है. सूचकांक में छत्तीसगढ़ ने गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश जैसे कई बड़े प्रदेशों को पीछे छोड़ दिया है.