भूपेश बघेल ने निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र, पूछे ये चार सवाल,…. मुख्यमंत्री बोले, निष्पक्ष होगा चुनाव
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर कई मुद्दों पर आपत्ति जतायी है। उन्होंने राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर चार सवाल भी पूछा है। भूपेश बघेल चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा है कि महापौर/नगर पालिका अध्यक्ष/ नगर पंचायत अध्यक्ष एवं पार्षदों के मत एक ही EVM मशीन पर डाले जाएँगे?
उन्होंने कहा है कि एक ही मशीन पर मतदाता को दो मत डालने होंगे ऐसा भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार होगा। इस चुनाव प्रक्रिया के लिए मतदाताओं को प्रशिक्षित/जागरूक किए बिना ऐसा करना क्या ठीक होगा? उन्होंने सवाल पूछा है कि क्या इसके लिए नई मशीनें मँगवाईं गयीं हैं या पुरानी मशीनों में नई प्रोग्रामिंग की गई है?
भूपेश बघेल ने कहा कि मशीनों के नियमित मेंटेनेंश के लिए और नई पद्धति से चुनावों के लिए मशीनों की जो प्रोग्रामिंग की गई है उसका ज़िम्मा किस एजेंसी को दिया गया है? क्या यह एजेंसी केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा अधिकृत की गयी है? चुनाव परिणामों की तारीख़ो पर भी पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाये हैं।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री के सवालों पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि चुनाव बिल्कुल ही निष्पक्ष होगा। अगर उन्हें लगता है कि चुनाव निष्पक्ष नहीं होगा, तो उन्हें आपत्ति करने के लिए जगह है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर पूछे चार सवाल.
1. क्या यह सूचना सही है कि स्थानीय निकायों के चुनावों में EVM का प्रयोग तो होगा लेकिन EVM के साथ VVPAT का प्रयोग नहीं किया जाएगा। अगर ऐसा है तो क्या यह चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर बड़ा प्रश्न चिन्ह नहीं लगाता है?
2. सूचना मिली है कि महापौर/नगर पालिका अध्यक्ष/ नगर पंचायत अध्यक्ष एवं पार्षदों के मत एक ही EVM मशीन पर डाले जाएँगे। यानि एक ही मशीन पर मतदाता को दो मत डालने होंगे। ऐसा संभवतः भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार होगा। इस चुनाव प्रक्रिया के लिए मतदाताओं को प्रशिक्षित/जागरूक किए बिना ऐसा करना क्या ठीक होगा? क्या इसके लिए नई मशीनें मँगवाईं गयीं हैं या पुरानी मशीनों में नई प्रोग्रामिंग की गई है?
3. मशीनों के नियमित मेंटेनेंश के लिए और नई पद्धति से चुनावों के लिए मशीनों की जो प्रोग्रामिंग की गई है उसका ज़िम्मा किस एजेंसी को दिया गया है? क्या यह एजेंसी केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा अधिकृत की गयी है?
4. भारत में केंद्रीय चुनाव आयोगों के दिशा निर्देशों के अनुसार अगर कई चुनाव एक साथ हो रहे हों तो सभी चुनावों के परिणाम अंतिम चुनाव के बाद ही जारी किए जाते हैं जिससे कि एक चुनाव के परिणाम का प्रभाव दूसरे चुनावों पर न पड़े। जो चुनाव कार्यक्रम जारी किए गए हैं उसके अनुसार चुनावों के बीच भी परिणाम जारी किए जाएँगे। क्या यह केंद्रीय चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों की अवहेलना नहीं है? क्या इससे चुनावों की निष्पक्षता पर असर नहीं पड़ेगा?